चीन में अजीबोगरीब मान्यता, युवा लड़कों के पेशाब को मानते हैं सेहत के लिए फायदेमंद
क्या है खबर?
ज्यादातर देशों में लोग आज भी ऐसी कई पारंपरिक संस्कृतियां मानते हैं, जिनका पालन सदियों से होता आ रहा है।
हालांकि, कुछ जगहों पर ऐसी संस्कृति और मान्यताएं भी हैं, जिनके बारे में सुनकर हैरानी होती है। इन्हीं में चीन देश शामिल है।
यहां पर ऐसा मानना है कि युवा लड़कों का पेशाब बहुत ही पौष्टिक होता है, दवाओं के प्रभाव को बढ़ा सकता है और बुरी आत्माओं को दूर भी कर सकता है।
मान्यता
इस उम्र के लड़कों के पेशाब का किया जाता है इस्तेमाल
चीनी संस्कृति के मुताबिक, यहां यह मान्यता रही है कि लड़कों के पेशाब में कई तरह की रहस्यमयी शक्तियां होती हैं।
इसमें ऊर्जा को बढ़ावा देने, बुखार को कम करने और बुरी आत्माओं को दूर रखने जैसे लाभ शामिल हैं।
इन लाभों को प्राप्त करने के लिए 10 साल से कम उम्र के लड़कों का पेशाब इकट्ठा किया जाता है, जिसमें सबसे मूल्यवान नमूना 1 महीने का होने से पहले लड़के का सुबह सबसे पहले हुआ पेशाब होता है।
दुष्प्रभाव
मान्यताओं में पेशाब के इस्तेमाल से दुष्प्रभाव
ऐतिहासिक रूप से भी पहले जमाने में वैद्य युवा लड़कों के पेशाब को 'अमर जल' के रूप में प्रस्तुत कर चुके हैं।
इसके अलावा फिल्मों में भी बुरी आत्माओं को हराने के लिए पेशाब का इस्तेमाल करके दिखाया गया है।
हालांकि, इसके इस्तेमाल से कुछ दुष्प्रभाव भी बताए गए हैं।
मान्यता है कि पेशाब का इस्तेमाल करने वालों की बीमारियां बच्चे में फैल सकती है और इससे बच्चे का जीवन भी कम हो सकता है।
तरीका
कैसे किया जाता है पेशाब का इस्तेमाल?
जानकारी के मुताबिक, दवा के असर को बढ़ाने के लिए इसमें पानी के साथ लड़कों के पेशाब को मिलाया जाता है।
चीन में रेन झोंग बाई नामक एक दवा भी है, जिसमें पेशाब शामिल होता है और ये दवा गर्मी को दूर करने, सूजन को कम करने और रक्तस्राव को रोकने की क्षमता के लिए प्रसिद्ध है।
इसके अलावा कुछ महिलाएं पेशाब को सूप में मिलाकर पीती है, ताकि वे स्वस्थ रहे।
जानकारी
पेशाब के लाभ के नहीं है कोई वैज्ञानिक प्रमाण
हैरानी वाली तो यह है कि आज भी यह परंपरा निभाई जाती है और इसे स्वास्थ्य और भाग्य को बढ़ाने के उद्देश्य से कई प्रथाओं में देखा जा सकता है।
हालांकि, इस परंपरा के प्रभाव का समर्थन करने के लिए आधुनिक वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है, इसलिए यह सिर्फ एक अंधविश्वास है।
आज के समय में भी इसके पालन करने के पीछे चीनी फिल्मों और टीवी नाटकों में इस अभ्यास को करते हुए दिखाने को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है।