आँख, नाक और खोपड़ी के हिस्सों के बिना जन्मा बच्चा, दो सप्ताह तक रहा जिंदा
इस दुनिया में रोज़ाना लाखों बच्चे जन्म लेते हैं। ज़्यादातर बच्चे पूरे अंगों के साथ जन्मते हैं, लेकिन कुछ बच्चे अधूरे अंगों के साथ भी जन्म लेते हैं। हाल ही में एक ऐसा ही मामला लिस्बन में देखा गया है, जहाँ एक बच्चा आँख, नाक और खोपड़ी के हिस्सों के बिना जन्मा। डॉक्टरों का अनुमान था कि बच्चा चार घंटे तक ही जिंदा रहेगा, लेकिन बच्चा दो सप्ताह तक जिंदा रहा। आइए इसके बारे में विस्तार से जानें।
छह महीने के लिए ज़िम्मेदार डॉक्टर हुआ सस्पेंड
जानकारी के अनुसार, लिस्बन से 32 किलोमीटर दूर सेतुबल के अस्पताल में 07 अक्टूबर को एक बच्चे रॉड्रिगो का जन्म बिना आँख, नाम और खोपड़ी के हिस्सों के हुआ। ऐसा होने पर बच्चे की माँ मार्लीन सिमाओ और पिता डेविड रिबेरो ने नाराज़गी जताई, जिसके बाद प्रशासन ने डॉक्टर को लापरवाही बरतने पर छह महीने के लिए सस्पेंड कर दिया। दरअसल, डॉक्टर ने कमाई के चक्कर में मार्लीन और डेविड को सच्चाई नहीं बताई थी कि बच्चा अस्वस्थ है।
डॉक्टर ने माता-पिता से छुपाई थी सच्चाई
पुर्तगाली मीडिया के अनुसार, निजी अस्पताल में अल्ट्रासाउंड करने वाले डॉक्टर आर्टर कार्वोल्हो ने कथित तौर पर तीन पर मार्लीन का अल्ट्रासाउंड किया, लेकिन उन्हें भ्रूण की सच्चाई नहीं बताई। हर बार उन्होंने गर्भ में पल रहे बच्चे की विकृतियों को नज़रअंदाज़ किया और मार्लीन एवं डेविड को झूठा आश्वासन दिया कि भ्रूण स्वस्थ है। ख़बरों के अनुसार, अल्ट्रासाउंड के 12वें सप्ताह की रिपोर्ट में ही भ्रूण में कमियाँ नज़र आने लगी थीं।
5D स्कैनिंग में हुआ ख़ुलासा
मार्लीन को गर्भावस्था के आख़िरी दिनों में 5D स्कैनिंग के बाद विकृतियों की जानकारी मिली। बता दें कि 5D स्कैन गर्भस्थ शिशु का डिजिटल मैप तैयार करत है। यह अल्ट्रासाउंड के मुकाबले बेहतर और सटीक जनकारी प्रदान करत है, क्योंकि अल्ट्रासाउंड में रेडियो तरंगों से भ्रूण की बाहरी स्थिति की जानकारी होती है। 5D रिपोर्ट को लेकर जब मार्लीन ने पूछा तब भी डॉक्टर ने कहा कि 5D रिपोर्ट कई बार सही नहीं होती है। बच्चा पूरी तरह स्वस्थ है।
बिना नाक के भी साँस लेने में नहीं थी दिक्कत
ल'पेरी की रिपोर्ट के अनुसार, बच्चे के जन्म के बाद कहा गया था कि ये चार घंटे से ज़्यादा जिंदा नहीं रहेगा, लेकिन बच्चा दो सप्ताह तक जीवित रहा। हैरानी की बात थी कि बिना नाक के भी उसे साँस लेने में दिक्कत नहीं थी।
पुर्तगाल प्रोसिक्यूटर ऑफ़िस में मार्लीन और डेविड ने दर्ज कराई शिकायत
इस घटना के बाद मार्लीन और डेविड ने डॉक्टर के ख़िलाफ़ पुर्तगाल प्रोसिक्यूटर ऑफ़िस में शिकायत दर्ज कराई है, जहाँ पहले से ही चार मामलों की जाँच चल रही है। डॉक्टर आर्टर 2011 में भी एक गर्भस्थ बच्ची के विकास में आई विकृतियों को पहचानने में असफल हुए थे। इस कारण लड़की का जन्म बिना ठोड़ी के हुआ था। इसके अलावा उसके पैर की अंगुलियाँ आपस में जुड़ी हुई थीं और उसके दिमाग के हिस्से पर भी चोटें थीं।
पूँछ के साथ जन्मा था बच्चा
पिछले महीने ग्रेटर नोएडा में एक ऐसे ही अजीबो-गरीब बच्चे ने जन्म लिया था। ख़बरों के अनुसार, बच्चे का जन्म पूँछ के साथ हुआ था। मामले की जानकारी होते ही अस्पताल स्टाफ़ के अलावा अन्य लोग भी बच्चे को देखने के लिए पहुँच गए थे। डॉक्टरों ने इसे जन्मजात विसंगति का केस बताया था। डॉक्टरों ने बताया कि ऐसा केवल एक से दो प्रतिशत बच्चों के साथ होता है। हालाँकि, इससे बच्चे को भविष्य में कोई परेशानी नहीं होती है।