छत्तीसगढ़: मुंह में छिपकली घुसने से 3 वर्षीय बच्चे की मौत, विशेषज्ञ हैरान
क्या है खबर?
घरों में छिपकली दिखना बहुत आम है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये बच्चों की जान भी ले सकती हैं।
ऐसा ही एक मामला छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले से सामने आया है। यहां 3 वर्षीय बच्चे के मुंह में छिपकली के घुस जाने से उसकी मौत हो गई।
यह दिल दहला देने वाली घटना उस वक्त सामने आई, जब बच्चे की मां बाजार गई हुई थी।
आइए इस मामले के बारे में विस्तार से जानते हैं।
मामला
बिस्तर पर सोया हुआ था बच्चा
यह मामला कोरबा जिले के सुमेधा नागिनभाठा बस्ती का है। यहां के रहने वाले राजकुमार सांडे का बेटा घर में बिस्तर पर सोया हुआ था।
राजकुमार को पता नहीं चला कि कब जगदीश के मुंह में छिपकली घुस गई।
खबरों के मुताबिक, जगदीश के मुंह से सिर्फ छिपकली की पूंछ बाहर नजर आ रही थी और माना जा रहा है कि बच्चे ने घबराहट में उसे चबा लिया होगा, जिससे उसकी और छिपकली की मौत हो गई।
जानकारी
बच्चे के पास नहीं था घर का कोई सदस्य
जब यह घटना घटी, तब जगदीश के पास परिवार का कोई सदस्य नहीं था।
जगदीश के 2 भाई-बहन हैं, जो उस समय बाहर खेल रहे थे, जबकि उसकी मां पास में ही मौजूद दुकान से कुछ सामान लेने गई थी।
अब फिलहाल पुलिस मामले की विवेचना कर रही है और बच्चे की मौत की खबर ने सबको हिलाकर रख दिया है। इस दिल दहला देने वाली घटना के बाद घर में मातम का माहौल है।
पुलिस
पुलिस को है पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंचकर पहले पंचनामा की कार्रवाई पूरी की, फिर बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
पुलिस का कहना है कि सारी जांच-पड़ताल कर ली गई हैं, लेकिन पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही घटना का कारण स्पष्ट हो पाएगा।
इसके अतिरिक्त कई लोग बच्चे की मौत को लेकर कई तरह के तर्क दे रहे हैं।
बयान
घरेलू छिपकलियां नहीं होती हैं ज्यादा जहरीली- प्रोफेसर बलराम
कोरबा के EVPG कालेज के प्रोफेसर बलराम कुर्रे का कहना है कि भारत में पाई जाने वाली खासतौर से घरेलू छिपकलियां इतनी जहरीली नहीं होती हैं कि उनसे किसी की जान चली जाए।
उन्होंने कहा कि ऐसा हो सकता है कि बच्चे के मुंह में छिपकली जाने से उसे सांस न आई हो, जिसके कारण उसकी मौत हो गई।
इस घटना का असल कारण हर कोई जानना चाहता है, जो पोस्टमार्टम के बाद ही स्पष्ट हो सकता है।