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यह चीनी व्यक्ति फ्रॉक जैसी दिखने वाली लोलिता पोशाक पहनकर जाता है ऑफिस, जानिए कारण
डी जियांग लोलिता पोशाक पहनकर जाते हैं कार्यस्थल

यह चीनी व्यक्ति फ्रॉक जैसी दिखने वाली लोलिता पोशाक पहनकर जाता है ऑफिस, जानिए कारण

लेखन गौसिया
Sep 09, 2023
04:21 pm

क्या है खबर?

चीन में एक विवाहित व्यक्ति रोजाना काम पर जाने के लिए महिला की पोशाक पहनता है और मेकअप लगाता है। ऐसा वह महिलाओं की स्थिति को समझने के लिए करता है और अपने ऑफिस में अन्य सहकर्मियों को भी ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित करता है। व्यक्ति का मानना है कि कपड़ों का कोई लिंग नहीं होता है और वह अपने आप में एक पोशाक है, इसलिए उसे लोलिता पोशाक पहनने से कोई दिक्कत नहीं है।

मामला

महिलाओं जैसे तैयार होने में 2 घंटे का समय लेते हैं जियांग

36 वर्षीय डी जियांग ने 2 साल पहले से लोलिता पोशाक पहनना शुरू किया था। वह रोजाना 2 घंटे का समय अपनी पोशाक को सजाने, मेकअप करने और अपने कमर तक लंबे, गुलाबी और सफेद रंग के बालों की देखभाल करने में लगा देते हैं। जियांग का मानना है कि जब वह अच्छे से तैयार और सुंदर पोशाक पहनने के लिए समय लेते हैं तो उन्हें लगता है कि वह अपने समय का अधिकतम इस्तेमाल कर रहे हैं।

कारण

किस कारण रोजाना लोलिता पोशाक पहनने लगे जियांग?

जियांग एक कंपनी के एनीमे क्लब के अध्यक्ष के रूप में काम करते हैं और वह अपने शर्मीले सहकर्मियों को भी लोलिता पोशाक पहनने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। जानकारी के मुताबिक, जियांग पहले एनीमे सम्मेलनों में ही लोलिता पोशाक पहनते थे, लेकिन 2019 में कई रिश्तेदारों और एक बिल्ली को खोने के बाद उन्होंने जीवन के हर दिन को संजोकर रखने की जरूरत महसूस की। इस कारण उन्होंने रोजाना लोलिता पोशाक को पहनकर काम पर जाना शुरू कर दिया।

पसंद

जियांग को कैसे पसंद आने लगी लोलिता पोशाक?

रिपोर्ट्स के मुताबिक, जियांग का लोलिता पोशाक के प्रति आकर्षण तब शुरू हुआ, जब उनकी प्रेमिका यही पोशाक पहनकर तैयार होती थी। हालांकि, बाद में जियांग ने सोचा अगर उन्हें लोलिता पोशाक पसंद है तो उन्हें इसे खुद पहनना चाहिए। इस फैसले में जियांग की प्रेमिका, जो अब उनकी पत्नी है ने भी उनका साथ दिया। ऐसे में मौजूदा वक्त में जियांग के पास 200 से ज्यादा लोलिता पोशाक हैं, जिनकी कुल कीमत 45.71 लाख रुपये से अधिक है।

जानकारी

पोशाक के कारण महिलाओं की समस्याओं को समझ पाते हैं जियांग

जियांग का कहना है कि कपड़ों का कोई लिंग नहीं होता है। एक पोशाक अपने आप में एक पोशाक ही होती है। उन्होंने आगे कहा, "जब मैं अपने दैनिक जीवन में एक लोलिता पोशाक पहनता हूं तो मैं महिलाओं द्वारा अनुभव की जाने वाली कई असुविधाओं को भी महसूस कर सकता हूं। पोशाक में एक महिला होने के नाते मेरे सामने कई समस्याएं आती हैं। इससे मुझे महिलाओं के जीवन में आने वाली चुनौतियों की गहरी समझ भी हुई है।"