
युवराज सिंह ने संन्यास से वापसी का लिया निर्णय, BCCI से मांगी अनुमति
क्या है खबर?
भारत को 28 साल बाद 2011 में क्रिकेट विश्वकप जिताने में अहम भूमिका निभाने वाले ऑलराउंडर क्रिकेटर युवराज सिंह के प्रशंसकों को जल्द ही क्रिकेट के मैदान पर फिर से उनका जलवा दिखाई दे सकता है।
दरअसल, युवराज सिंह ने पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन की अपील पर संन्यास से वापसी का निर्णय कर लिया और इसके लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को ईमेल भी कर दिया है। खब्बू बल्लेबाज ने खुद इस बात की पुष्टि की है।
संन्यास
युवराज सिंह ने जून 2019 में लिया था संन्यास
बता दें कि युवराज सिंह ने 2019 विश्वकप के लिए टीम इंडिया में चयन नहीं होने के बाद जून में क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा कर दी थी। इससे उनके प्रशंसकों को काफी निराशा हुई थी।
उसके बाद उन्होंने BCCI से अनुमति लेकर कनाडा की ग्लोबल टी-20 लीग और आबू धाबी टी-10 लीग में हिस्सा लिया था।
युवराज सिंह ने एक दशक से भी अधिक समय तक भारतीय क्रिकेट टीम को अपनी सेवा दी थी।
बयान
युवा खिलाड़ियों के साथ समय बिताकर हुआ वापसी का अहसास- युवराज
युवराज सिंह ने बुधवार को क्रिकबज को बताया, "मुझे पंजाब के युवा खिलाड़ियों के साथ समय बिताना पसंद है और खेल के विभिन्न पहलुओं पर बात करने पर मुझे एहसास हुआ कि मैं उनकी मदद कर सकता हूं।"
उन्होंने कहा, "मुझे इस बात पर आश्चर्य हुआ कि मैं गेंद बहुत अच्छी तरह से मार रहा था, भले ही मैंने लंबे समय से बल्ला नहीं पकड़ा था, लेकिन जब अभ्यास किया तो गेंद बल्ले से अच्छी तरह से निकल रही थी।"
जानकारी
पिछले कुछ महीनों से युवा खिलाड़ियों के साथ अभ्यास कर रहे थे युवराज
युवराज पिछले कुछ महीनों से मोहाली के PCA स्टेडियम में शुभमन गिल, अभिषेक शर्मा, प्रभासिमरण और अनमोलप्रीत के साथ अभ्यास कर रहे थे। उसी दौरान उन्हें वापसी करने का अहसास हुआ था और बाद में PCA अधिकारियों ने उस अहसास को और मजबूत कर दिया।
लॉकडाउन
गोल्फ और टेनिस खेलकर बिताया लॉकडाउन का समय
युवराज सिंह ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान उन्होंने गोल्फ और टेनिस खेलकर समय बिताया था। लॉकडाउन प्रतिबंध हटने के बाद वह पंजाब के खिलाड़ियों के ऑफ-सीजन कैंप में शामिल हो गए और बल्लेबाजी करना शुरू कर दिया।
उन्होंने कहा, "मैंने कुछ अभ्यास मैचों में रन बनाए। पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव पुनीत बाली ने मुझसे पूछा कि क्या मैं रिटायरमेंट से बाहर आने पर पुनर्विचार करूंगा। उन्होंने तर्क दिया था कि मैं युवाओं की मदद कर सकता हूं।"
दबाव
बाली के अनुरोध को नहीं कर सकता था अनदेखा- युवराज
युवराज ने कहा, "शुरू में मुझे यकीन नहीं था कि मैं इस प्रस्ताव को लूं या नहीं, क्योंकि मैं BCCI से अनुमति मिलने पर दुनियाभर में अन्य घरेलू फ्रेंचाइजी-आधारित लीगों में खेलना जारी रखना चाहता था, लेकिन मैं बाली के अनुरोध को भी अनदेखा नहीं कर सकता था।"
उन्होंने कहा, "मैंने इस प्रस्ताव के बारे में बहुत विचार किया, लगभग तीन या चार सप्ताह तक सोचा और अंत मैं मैंने हां कहकर एक बेहतर निर्णय लिया।"
योजना
चैंपियनशिप जीतने में पंजाब की मदद करना है योजना- युवराज
युवराज ने कहा, "मेरी योजना पंजाब की चैंपियनशिप जीतने में मदद करना है। भज्जी (हरभजन सिंह), खुद, हमने टूर्नामेंट जीते हैं, लेकिन पंजाब के लिए इसे हमने साथ नहीं किया है। जाहिर है, शुभमन पहले से ही भारत के लिए खेल रहे हैं, इसलिए हम तीनों के रहने से टीम के जीतने की काफी संभावनाएं होगी।"
उन्होंने कहा, "अगर मैं किसी भी तरह पंजाब क्रिकेट के विकास में योगदान दे सकता हूं तो यह बहुत अच्छा होगा।"
अनुमति
BCCI को ईमेल भेजकर मांगी है वापसी की अनुमति
युवराज ने कहा, "मैनें BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव अजय शाह को ईमेल भेजकर संन्यास से वापसी की अनुमति मांगी है। हालांकि, BCCI की ओर से अभी इस पर जवाब नहीं आया है।"
उन्होंने कहा, "पंजाब के लिए खेलना ही मेरे अंतरराष्ट्रीय करियर का मार्ग प्रशस्त करता है। यदि मुझे अनुमति मिलती है तो मैं केवल टी-20 क्रिकेट खेलूंगा, लेकिन कौन जानता है क्या होगा, चलो आगे देखते हैं क्या होता है।"
डाटा
ऐसा रहा है युवराज का करियर
2017 में आखिरी बार भारत के लिए खेले युवराज ने 40 टेस्ट में 1,900 रन बनाए हैं। उन्होंने 304 वनडे में 8,701 रन और 58 टी-20 में 1,177 रन बनाए हैं। उन्होंने टेस्ट में नौ, वनडे में 111 और टी-20 में 28 विकेट लिए हैं।