भारतीय क्रिकेट टीम के चयनकर्ताओं पर जमकर बरसे युवराज सिंह, कही ये बातें
क्या है खबर?
भारतीय क्रिकेट टीम को 2011 विश्व कप जिताने में अहम भूमिका निभाने वाले पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी युवराज सिंह सोमवार को एमएसके प्रसाद की अध्यक्षता वाली चयन समिति पर जमकर बरसे।
चयन समिति पर निशाना साधते हुए यवराज सिंह ने कहा कि निश्चित तौर पर हमें बेहतर चयन समिति की ज़रूरत है, क्योंकि मौजूदा चयन समिति की सोच का स्तर आधुनिक क्रिकेट को लेकर वैसा नहीं है, जैसा होना चाहिए।
आइये विस्तार से जानते हैं कि युवराज ने क्या कुछ कहा।
निशाना
हमें निश्चित तौर पर बेहतर चयनकर्ताओं की ज़रूरत है- युवराज सिंह
वर्तमान चयन समिति पर हमला बोलते हुए युवराज सिंह ने कहा, "हमें निश्चित तौर पर बेहतर चयनकर्ताओं की ज़रूरत है। सेलेक्टर्स का काम आसान नहीं होता है, क्योंकि जब भी वे 15 खिलाड़ियों का चयन करते हैं, तो हमेशा ऐसी बाते होती हैं कि उन खिलाड़ियों का क्या होगा जो टीम में जगह बनाने में असफल रहे हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "मुझे लगता है कि आधुनिक क्रिकेट को लेकर मौजूदा चयन समिति की सोच वैसी नहीं है, जैसी होनी चाहिए।"
खिलाड़ियों का समर्थन
मैं हमेशा से खिलाड़ियों के हितों की रक्षा का समर्थन करता हूं- युवराज
युवराज ने कहा, "मैं हमेशा से खिलाड़ियों के हितों की रक्षा का समर्थन करता हूं और उनके बारे में सकारात्मक सोचता हूं। आप किसी खिलाड़ी या टीम के बारे में नकारात्मक सोच कर सही नहीं करेंगे।"
उन्होंने आगे कहा, "आपके असली चरित्र का पता तब चलता है जब खिलाड़ी का समय साथ नहीं देता है और आप उसे प्रेरित करते हैं। बुरे समय में तो हर कोई बुरी बात करता है। हमें निश्चित रूप से बेहतर चयनकर्ताओं की ज़रूरत है।"
उदाहरण
युवराज ने दिया विजय शंकर का उदाहरण
युवराज ने आगे विजय शंकर का भी उदाहरण दिया। युवराज ने कहा कि शंकर को अचानक टीम में जगह मिली, लेकिन कुछ मैचों के बाद चयनकर्ताओं ने उन पर ध्यान देना बंद कर दिया।
उन्होंने कहा, "बीच में विजय टीम में थे, लेकिन अब वह गायब हैं। आप उसे खिलाते हैं और फिर हटा देते हैं। आप ऐसे कैसे खिलाड़ी बनाएंगे? आप खिलाड़ी को 3-4 मौके देकर नहीं बना सकते। आपको किसी को लंबे समय तक मौका देना होता है।"
पुराना मामला
इससे पहले भी चयन समिति को निशाना बना चुके हैं युवराज सिंह
गौरतलब है कि यह कोई पहला मौका नहीं है जब युवराज ने चयनकर्ताओं पर निशाना साधा है। इससे पहले भी वह सेलेक्टर्स को आड़े हाथ ले चुके हैं।
इससे पहले युवराज ने सार्वजनिक तौर पर कहा था कि यो-यो टेस्ट पास करने और घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद चयनकर्ताओं ने उन्हें टीम से बाहर कर दिया था।
भारतीय टीम के महान खिलाड़ियों में से एक युवराज ने इसी साल जून में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया था।
करियर
युवराज सिंह के अंतर्राष्ट्रीय करियर पर एक नज़र
2011 विश्व कप में भारत की जीत के हीरो रहे युवराज ने अकेले दम पर भारत को कई मैच जिताए हैं।
भारत के लिए 2000 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट की शुरूआत करने वाले युवराज के नाम 40 टेस्ट में 1,900 रन और 9 विकेट हैं।
वनडे क्रिकेट में युवी ने 304 मैचों में 14 शतक और 52 अर्धशतकों के साथ 8,701 रन और 111 विकेट अपने नाम किए हैं।
58 टी-20 में युवराज के नाम 1,177 रन और 28 विकेट हैं।