
टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक जड़ने वाले सबसे युवा बल्लेबाज कौन हैं? जानिए आंकड़े
क्या है खबर?
टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक लगाना हर बल्लेबाज का सपना होता है, लेकिन जब कोई खिलाड़ी कम उम्र में यह कारनामा कर दे, तो वह इतिहास में खास दर्जा पा जाता है। कुछ गिने-चुने बल्लेबाज ही ऐसे हैं जिन्होंने बेहद कम उम्र में 300 रन का आंकड़ा छुआ है। उनकी तकनीक, संयम और साहस ने उन्हें क्रिकेट जगत में अलग पहचान दिलाई। ऐसे में आइए टेस्ट के इतिहास में सबसे ज्यादा शतक जड़ने वाले युवा बल्लेबाजों पर नजर डालते हैं।
#1
गैरी सोबर्स (21 साल और 21 दिन)
पहले स्थान पर वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी गैरी सोबर्स हैं। उन्होंने सिर्फ 21 साल और 21 दिन की उम्र में पाकिस्तान क्रिकेट टीम के खिलाफ साल 1958 में 365* रन की पारी खेली थी। वेस्टइंडीज की पहली पारी में उन्होंने 614 गेंदों का सामना किया था और 38 चौके जड़ दिए थे। पाकिस्तान के 328 रन के जवाब में वेस्टइंडीज ने 790/3 का स्कोर बनाया था। उसे पारी और 174 रनों से जीत मिली थी।
#2
डॉन ब्रैडमैन (21 साल और 213 दिन)
दूसरे स्थान पर ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के पूर्व महान खिलाड़ी डॉन ब्रैडमैन हैं। उन्होंने 21 सााल और 213 दिन की उम्र में इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ साल 1930 में तिहरा शतक जड़ दिया था। उन्होंने 448 गेंदों का सामना किया था और 334 रन बनाए थे। उनके बल्ले से 46 चौके निकले थे और उनकी स्ट्राइक रेट 74.55 की रही थी। उनकी पारी के दम पर ऑस्ट्रेलिया ने 566 रन बनाए थे। वह मुकाबला ड्रॉ रहा था।
#3
लियोनार्ड हटन (22 सााल और 58 दिन)
इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी लियोनार्ड हटन ने साल 1938 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 364 रन की पारी खेली थी। उस समय उनकी उम्र सिर्फ 22 साल और 58 दिन की थी। उन्होंने 847 गेंदों का सामना किया था और उनके बल्ले से 35 चौके निकले थे। इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 903/7 के स्कोर पर घोषित की थी। उस मुकाबले को इंग्लैंड ने पारी और 579 रनों से अपने नाम किया था।
#4
हनीफ मोहम्मद (23 साल और 27 दिन)
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के हनीफ मोहम्मद इस सूची में चौथे स्थान पर हैं। उन्होंने 23 साल और 27 दिन की उम्र में वेस्टइंडीज के खिलाफ 337 रन की पारी खेली थी। उनकी ये पारी साल 1958 में आई थी। वेस्टइंडीज के 579 रन के जवाब में पाकिस्तान की पहली पारी 106 रन पर समाप्त हो गई थी। इसके बाद दूसरी पारी में 24 चौकों की मदद से हनीफ ने ये पारी खेली थी। वह मुकाबला ड्रॉ पर समाप्त हुआ था।