WTC फाइनल: भारत के सामने 121 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ने की चुनौती, जानिए आंकड़े
विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) के फाइनल में पहले दो दिनों के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद भारत ने तीसरे दिन मैच में वापसी की थी। अनुभवी अजिंक्य रहाणे और शार्दुल ठाकुर ने अहम साझेदारी निभाते हुए कमाल की बल्लेबाजी की। हालांकि, भारत को इस मैच में जीत हासिल करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाना होगा। भारत के सामने 121 साल पुराने रिकॉर्ड तोड़ने की चुनौती होगी। आइए भारत की जीत की संभावना पर एक नजर डालते हैं।
'द ओवल' में अब तक चेज नहीं हुआ है 263 से अधिक का स्कोर
लंदन के इस प्रतिष्ठित खेल मैदान 'द ओवल' पर किसी भी टीम ने अब तक टेस्ट क्रिकेट में 300 से अधिक का सफलतापूर्वक पीछा नहीं किया है। इस मैदान पर अंतिम पारी में सर्वाधिक सफल रन चेज 263 रन का था। इस लक्ष्य को इंग्लैंड ने 1902 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हासिल किया था। ऐसे में अब भारत को द ओवल में जीत हासिल करने के लिए 121 साल के रिकॉर्ड को तोड़ने की जरूरत है।
द ओवल में चेज किए गए तीन बड़े लक्ष्य
द ओवल में 263 रन के बाद दूसरा सबसे सफल रन चेज 253 रन का है जिसे वेस्टइंडीज ने 1963 में इंग्लैंड के खिलाफ हासिल किया था। 242 रन का तीसरा सफल चेज 1972 में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड के खिलाफ हासिल किया था।
इंग्लैंड में लक्ष्य का पीछा करना होता है चुनौतीपूर्ण
इंग्लैंड की परिस्थितियों में अंतिम पारी में बड़े लक्ष्य का पीछा करना हमेशा से चुनौतीपूर्ण रहा है। क्रिकेट इतिहास में अब तक केवल 6 बार ही टीमों ने चौथी पारी में 300 रन के लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा किया है। WTC फाइनल में ऑस्ट्रेलिया अब तक पहले ही 296 रन की बढ़त हासिल कर चुका है। फिलहाल उसके हाथ में 6 विकेट और शेष हैं ऐसे में इस बढ़त में इजाफा होना भी तय है।
मजबूत स्थिति में दिखाई दे रहा है ऑस्ट्रेलिया
वैसे WTC फाइनल मुकाबले में तीन दिन के खेल पर नजर डाली जाए तो ओवरऑल ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम का पलड़ा ही भारी नजर आ रहा है। कंगारूओं ने पहली पारी में 469 रन बनाते हुए अच्छी बल्लेबाजी की थी। टीम की ओर से ट्रेविड हेड (163) और स्टीव स्मिथ (121) ने शतकीय पारियां खेली थी। दूसरी पारी में टीम के पास मार्नस लाबुशेन समेत कुछ योग्य बल्लेबाज हैं जो टीम की बढ़त को काफी आगे ले जा सकते हैं।
जीत या ड्रॉ के लिए भारत को लगाना होगा पूरा जोर
भारतीय टीम को इस मुकाबले में जीत हासिल करने या ड्रॉ करवाने के लिए अभूतपूर्व प्रदर्शन करना होगा। हालांकि, टीम की बल्लेबाजी देखकर ऐसी संभावना मुश्किल नजर आती है। पहली पारी (296) में टीम बमुश्किल फॉलोऑन टालने में कामयाब रही थी। रहाणे, शार्दुल और रविंद्र जडेजा के अलावा सभी बल्लेबाजों ने निराश किया था। फिलहाल खेल में लगभग पूरे दो दिन का खेल शेष है ऐसे में भारत के लिए चुनौतियां और विकट होती जाएंगी।
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