WPL 2024 नीलामी: मेगन शट्ट पर किसी ने नहीं लगाया दांव, जानिए क्या रहा कारण
विमेंस प्रीमियर लीग (WPL) के 2024 में आयोजित होने वाले अगले संस्करण के लिए शनिवार को नीलामी का आयोजन किया गया। ऑस्ट्रेलिया की स्टार खिलाड़ी मेगन शट्ट नीलामी में एक अदद बोली तक के लिए तरस गई। शट्ट पिछले संस्करण में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) की ओर से खेलती दिखाई दी थीं। नीलामी से पहले उन्हें फ्रेंचाइजी ने रिलीज कर दिया था। आइए उनके टी-20 आंकड़ों के बारे में जानते हैं।
शट्ट को क्यों नहीं मिला खरीददार?
शट्ट इसी साल आयोजित हुए टी-20 विश्व कप में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थी। इस उपलब्धि के विपरित वह पिछले सीजन में बुरी तरह से फ्लॉप रही थीं। भारतीय पिचों पर उनकी क्षमता संदेह के घेरे में थी। इसी के चलते इस बार उन्हें खरीददार नहीं मिला। इसके अलावा फ्रेंचाइजी भविष्य की रणनीति के अनुसार खिलाड़ियों का चयन करती हैं। शट्ट 30 साल की हो चुकी हैं ऐसे में उनकी बजाय युवा खिलाड़ियों को अधिक तरजीह दी गई।
पिछले सीजन में कैसा रहा था शट्ट का प्रदर्शन?
30 साल की खिलाड़ी शट्ट पिछले संस्करण में अपनी क्षमता के अनुसार प्रदर्शन नहीं कर पाई थी। यही वजह रही कि RCB ने उन्हें रिलीज करने का महत्वपूर्ण और कठोर निर्णय लिया। उन्होंने 7 मैचों में 26.00 की औसत और 136.84 की स्ट्राइक रेट से 52 रन बनाए थे। उनका उच्चतम स्कोर 30* रन का था। गेंदबाजी में उन्होंने 55.00 की औसत और 8.46 की इकॉनमी रेट से 4 विकेट लिए थे।
शट्ट के टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर पर एक नजर
शट्ट का WPL 2023 में प्रदर्शन भले ही अच्छा नहीं रहा था लेकिन उनकी क्षमताओं को नकारा नहीं जा सकता है। उन्होंने 102 अंतरराष्ट्रीय टी-20 क्रिकेट मैचों में 16.65 की गेंदबाजी औसत और 6.32 की इकॉनमी रेट से 130 विकेट लिए हैं। उन्होंने 4 बार 4 विकेट हॉल और 1 बार 5 विकेट हॉल लिया है। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 15 रन देकर 5 विकेट लेना रहा है। उन्होंने 14 पारियों में 84.84 की स्ट्राइक रेट से 28 रन बनाए हैं।
शट्ट से जुड़ी रोचक बातें
शट्ट ने 2009-10 सीजन में 16 साल की उम्र में प्रोफेशनल क्रिकेट करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने महिला राष्ट्रीय क्रिकेट लीग (WNCL) में दक्षिण ऑस्ट्रेलियाई स्कॉर्पियन्स के लिए खेलते हुए अपनी गति और सटीकता से सभी को प्रभावित किया। उन्हें जल्द ही 2012 में राष्ट्रीय टीम में शामिल कर लिया गया। वह वनडे विश्व कप 2013 में 15 विकेट लेकर टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली गेंदबाज बनीं और अपनी टीम को ट्रॉफी दिलाने में अहम भूमिका निभाई।