महिला विश्व कप: फाइनल में इंग्लैंड से भिड़ेगी ऑस्ट्रेलिया, जानें मैच प्रीव्यू और महत्वपूर्ण आंकड़े
क्या है खबर?
महिला विश्व कप 2022 का फाइनल मुकाबला ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच 03 अप्रैल को खेला जाएगा। गत विजेता इंग्लैंड को अपने खिताब को बचाने के लिए कड़ी मशक्क्त करनी पड़ सकती है क्योंकि कंगारू टीम मौजूदा टूर्नामेंट में अब तक अजेय रही है।
दूसरी तरफ इंग्लैंड के लिए फाइनल तक का सफर उतार-चढ़ाव भरा रहा है।
इस बीच खिताबी मुकाबले से पहले दोनों टीमों के सफर और अन्य महत्वपूर्ण आंकड़ों पर एक नजर डालते हैं।
इंग्लैंड
विश्व कप में ऐसा रहा इंग्लैंड का सफर
इंग्लैंड ने लीग स्टेज में शुरुआती तीन मैच हारने के बावजूद सेमीफाइनल में अपना स्थान पक्का किया था। इंग्लिश टीम को ऑस्ट्रेलिया, वेस्टइंडीज और दक्षिण अफ्रीका से हार का सामना करना पड़ा जबकि उन्होंने भारत, पाकिस्तान, न्यूजीलैंड और बांग्लादेश को हराया।
वहीं सेमीफाइनल में इंग्लिश टीम ने दक्षिण अफ्रीका को 137 रनों से हराकर खिताबी मुकाबले का टिकट हासिल किया।
बता दें इंग्लैंड आठवीं बार फाइनल में पहुंची है।
ऑस्ट्रेलिया
नौवीं बार विश्व कप के फाइनल में पहुंची ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया ने लीग स्टेज के सभी सातों मैच जीते और अंक तालिका में शीर्ष पर रहते हुए सेमीफाइनल का टिकट हासिल किया। इस बीच ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को 12 रनों से शिकस्त दी।
वहीं सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने वेस्टइंडीज को 157 रनों के बड़े अंतर से हराते हुए फाइनल का टिकट हासिल किया।
बता दें ऑस्ट्रेलिया ने रिकॉर्ड नौवीं बार टूर्नामेंट के फाइनल में अपनी जगह बनाई है।
इतिहास
विश्व कप की सबसे सफल टीमें हैं ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड
12वां विश्व कप खेल रही ऑस्ट्रेलिया ने नौवीं बार टूर्नामेंट के फाइनल में अपनी जगह बनाई है। ऑस्ट्रेलिया ने सबसे अधिक छह बार विश्व कप खिताब (1978, 1982, 1988, 1997, 2005, 2013) पर अपना कब्जा जमाया है। दो बार वे उपविजेता भी रही हैं।
दूसरी तरफ इंग्लैंड की टीम चार बार विजेता (1973, 1993, 2009, 2017) रही है। इनके अलावा इंग्लैंड तीन बार फाइनल हारकर उपविजेता रही है।
फाइनल
फाइनल में इन खिलाड़ियों पर रहेंगी निगाहें
मौजूदा विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया की राचेल हेन्स (429) और मैग लैनिंग (384) के प्रदर्शन पर सबकी नजरें रहने वाली हैं। इन दोनों बल्लेबाजों ने टूर्नामेंट में एक-एक शतक भी लगाए हैं। इंग्लैंड से नताली साइवर ने 48 की औसत से 288 रन बना लिए हैं।
दूसरी तरफ गेंदबाजी में ऑस्ट्रेलिया से बाएं हाथ की स्पिनर जेस जॉनसन ने 10 विकेट लिए हैं जबकि इंग्लैंड से सोफी एक्लेस्टोन ने सर्वाधिक 20 विकेट लिए हैं।