विजडन ने रविंद्र जडेजा को चुना भारत का 21वीं सदी का 'मोस्ट वैल्यूएबल प्लेयर'
क्या है खबर?
क्रिकेट की बाइबिल कही जाने वाली इंग्लिश पत्रिका विजडन ने रविंद्र जडेजा को भारत का 21वीं सदी का 'मोस्ट वैल्यूएबल प्लेयर' (MVP) घोषित किया है।
जडेजा ने अपनी टीम के लिए गेंद, बल्ले और फील्डिंग तीनों क्षेत्र में बेहतरीन योगदान दिया है।
विजडन ने क्रिकेट में सटीक आंकलन करने वाली CricViz का सहारा लेकर जडेजा के प्रदर्शन का आंकलन किया।
MVP रैंकिंग के मामले में मुथैय्या मुरलीधरन के बाद जडेजा दूसरे नंबर पर रहे हैं।
मोस्ट वैल्यूएबल टेस्ट प्लेयर
21वीं सदी के दूसरे सबसे वैल्यूएबल टेस्ट प्लेयर बने जडेजा
जडेजा की MVP रैंकिंग 97.3 रही और वह केवल मुरलीधरन से ही पीछे रहे।
इसके साथ ही जडेजा 21वीं सदी के दूसरे सबसे वैल्यूएबल टेस्ट खिलाड़ी भी चुने गए।
Cricviz के फ्रेडी विल्डे ने विडजन को बताया, "रविंद्र जडेजा को भारत का नंबर वन देखना काफी आश्चर्यजनक होगा। वह हर टेस्ट के लिए टीम का आटोमैटिक हिस्सा नहीं होते हैं। हालांकि, जब भी वह खेलते हैं तो फ्रंटलाइन गेंदबाज के अलावा छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते हैं।"
तुलना
वॉर्न से बेहतर गेंदबाजी तो वाटसन से बेहतर है जडेजा की बल्लेबाजी औसत
विल्डे ने आगे कहा कि 31 वर्षीय जडेजा की गेंदबाजी औसत 24.62 की है जो कि शेन वॉर्न से भी बेहतरीन है। इसके अलावा 35.26 की बल्लेबाजी औसत से वह शेन वाटसन से भी अच्छे हैं।
उन्होंने कहा, "उनकी बल्लेबाजी और गेंदबाजी औसत का अंतर 10.62 है जो इस शताब्दी में 1,000 से ज़्यादा रन बनाने और 150 विकेट लेने वाले खिलाड़ियों में दूसरी सबसे बेहतरीन है।"
इंटरनेशनल करियर
ऐसा रहा है जडेजा का इंटरनेशनल करियर
2009 में लिमिटेड ओवर्स और 2012 में टेस्ट डेब्यू करने वाले जडेजा अब तक 49 टेस्ट, 165 वनडे और 49 टी-20 खेल चुके हैं।
उन्होंने टेस्ट में एक शतक और 14 अर्धशतकों के साथ 1,869 रन बनाए और 213 विकेट लिए हैं।
वनडे में उन्होंने 12 अर्धशतकों के साथ 2,296 रन बनाए और 187 विकेट लिए हैं।
टी-20 में उन्होंने केवल 173 रन बनाए हैं और 39 विकेट झटके है।
राहुल द्रविड़
हाल ही में विजडन पोल में बेस्ट भारतीय टेस्ट बल्लेबाज बने थे द्रविड़
विजडन इंडिया द्वारा सोशल मीडिया पर किए गए पोल में द्रविड़ को 52 तो वहीं सचिन को 48 प्रतिशत वोट मिले थे। फाइनल राउंड की वोटिंग में कुल 11,400 फैंस ने हिस्सा लिया था।
विजडन इंडिया के पोल की शुरुआत में 16 भारतीय बल्लेबाजों को शामिल किया गया था।
सेमीफाइनल स्टेज में चार लोग बचे। द्रविड़ ने सुनील गावस्कर और सचिन ने विराट कोहली को पीछे छोड़कर फाइनल में जगह बनाई जहां द्रविड़ विजयी रहे।