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इंटरनेशनल मैच में गेंदबाजी करने और विकेट लेने वाले विकेटकीपर्स

इंटरनेशनल मैच में गेंदबाजी करने और विकेट लेने वाले विकेटकीपर्स

लेखन Neeraj Pandey
Jul 09, 2020
07:30 am

क्या है खबर?

क्रिकेट के खेल में विकेटकीपर्स का रोल निश्चित होता है। वे अपनी टीम के लिए विकेट के पीछे खड़े होते हैं और बल्लेबाजी करते हैं। विकेटकीपर के अलावा टीम के सभी 10 खिलाड़ी ऐसे होते हैं जो बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों ही कर सकते हैं। हालांकि, कुछ विकेटकीपर्स ने मैच के बीच में केवल गेंदबाजी ही नहीं की बल्कि विकेट भी चटकाया। एक नजर ऐसे ही चार विकेटकीपर्स पर।

#1

बाउचर ने लिया शतकवीर ब्रावो का विकेट

2005 में दक्षिण अफ्रीका और वेस्टइंडीज के बीच एंटीगा में टेस्ट खेला जा रहा था जिसकी पहली पारी अफ्रीका ने 588/6 के स्कोर पर घोषित की। इसके जवाब में वेस्टइंडीज के लिए क्रिस गेल ने 317 रनों की पारी खेल डाली तो वहीं शिवनरायण चंद्रपाल ने 127 रन बनाए। लगभग नीरस हो चुके मैच में मार्क बाउचर को गेंदबाजी दी गई और उन्होंने 107 रन बनाने वाले ड्वेन ब्रावो का विकेट हासिल किया।

#2

ताइबू ने एक ही वनडे में लिए दो विकेट

जिम्बाब्वे के सबसे मशहूर विकेटकीपर बल्लेबाज और पूर्व कप्तान ततेंदा ताइबू ने श्रीलंका के खिलाफ वनडे मैच में गेंदबाजी करने का फैसला लेकर सबको चौंका दिया। चार ओवर में उन्होंने केवल 19 रन खर्च किए, लेकिन उन्हें कोई विकेट नहीं मिल सका। हालांकि, पांचवें वनडे में ताइबू ने एक बार फिर गेंदबाजी की और इस बार उन्होंने दो विकेट हासिल किया और यही उनके वनडे करियर के दो विकेट रहे।

#3

डेब्यू मैच में बल्लेबाजी या विकेटकीपिंग की बजाय गेंदबाजी से मचाया धमाल

2009 में बांग्लादेश के खिलाफ इंटरनेशनल डेब्यू करने वाले वेस्टइंडीज के विकेटकीपर डेवोन थॉमस को बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला और उन्हें विकेट के पीछे कोई कैच लपकने का मौका भी नहीं मिला। बांग्लादेश मैच पर पकड़ बना रही थी और थॉमस को गेंदबाजी के लिए बुलाया गया। पहले ओवर की दूसरी गेंद पर ही उन्होंने विकेट लिया। उन्होंने महमुदुल्लाह और मुशफिकुर रहीम के विकेट लेकर 1.1 ओवर में 11 रन खर्च किए।

#4

चैंपियन्स ट्रॉफी में धोनी ने लिया विकेट

2009 चैंपियन्स ट्रॉफी में भारत का सामना वेस्टइंडीज से हुआ और कैरेबियन टीम 49 के स्कोर पर चार विकेट गंवा चुकी थी। 17वें ओवर में एमएस धोनी ने दिनेश कार्तिक से विकेटकीपिंग करने को कहा और खुद गेंदबाजी करने पहुंच गए। पहली दो गेंदों पर टीएम डाउलिन ने बाउंड्री लगाई, लेकिन चौथी गेंद पर धोनी ने उन्हे्ं अपना शिकार बना लिया। दो ओवर में 16 रन खर्च करके उन्होंने एक विकेट हासिल किया।