
क्यों टी-20 विश्व कप 2022 की योजनाओं में जरूर शामिल होने चाहिए दिनेश कार्तिक?
क्या है खबर?
हाल ही में दिनेश कार्तिक ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ राजकोट में खेले गए चौथे टी-20 में अर्धशतकीय पारी खेलकर जीत में अहम भूमिका निभाई थी।
मुख्य खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में प्रोटियाज टीम के खिलाफ टी-20 सीरीज में भारतीय टीम में कार्तिक ने अपने चयन को सही ठहराया है।
कार्तिक आयरलैंड दौरे पर होने वाली टी-20 सीरीज के लिए भी भारतीय टीम का हिस्सा हैं और अपनी इस जबरदस्त फॉर्म को हर हाल में जारी रखने का प्रयास करेंगे।
IPL 2022
IPL 2022 में प्रदर्शन के दम पर टीम में लौटे कार्तिक
IPL 2022 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) से खेलते हुए कार्तिक ने जबरदस्त प्रदर्शन किया था।
आंद्रे रसेल, ग्लेन मैक्सवेल और शिमरोन हेटमायर जैसे पावर-हिटर से भरी लीग में 37 वर्षीय कार्तिक इक्कीस साबित हुए थे।
RCB से खेलते हुए दिनेश कार्तिक ने मध्यक्रम में उम्दा प्रदर्शन किया और मैच फिनिशर की भूमिका निभाते हुए अपनी टीम को कई मैच जितवाए। कार्तिक ने IPL 2022 में 183.33 की स्ट्राइक रेट से 330 रन बनाए थे।
जानकारी
लम्बे समय के बाद भारतीय टीम में लौटे हैं कार्तिक
बीते सीजन में निरंतर बेहतर प्रदर्शन के दम पर उन्होंने लम्बे समय के बाद भारतीय टीम में वापसी की। बता दें मौजूदा सीरीज से पहले कार्तिक ने फरवरी 2019 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना आखिरी टी-20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला खेला था।
मैच फिनिशर
मैच फिनिशर की तलाश में है भारतीय टीम
महेन्द्र सिंह धोनी के संन्यास के बाद से भारतीय टीम में मैच फिनिशर की कमी साफ तौर पर देखी जा सकती है।
टीम प्रबंधन ने ऋषभ पंत पर भविष्य को लेकर भारी निवेश किया है। निसंदेह पंत ने पिछले कुछ सालों में अच्छा प्रदर्शन तो किया, लेकिन फिनिशर की भूमिका में अब तक सफल नहीं हो सके हैं।
मौजूदा परिस्थिति और फॉर्म को देखते हुए हार्दिक पंड्या और कार्तिक फिनिशर के रोल में सही बैठते हुए नजर आ रहे हैं।
फिनिशर
IPL 2022 में फिनिशर की भूमिका में सफल रहे हैं कार्तिक
अनुभवी कार्तिक ने बीते IPL सीजन में अच्छा प्रदर्शन किया है। पहली पारी में तेजी से रन बनाने की बात हो या दूसरी पारी में मैच फिनिश करने की जिम्मेदारी, IPL 2022 में कार्तिक दोनों भूमिकाओं में फिट बैठे हैं।
उन्होंने कई मुकाबलों में आखिरी कुछ गेंदों में तेजी से रन बटोरकर मैच का रुख बदल दिया था।
वह IPL 2022 में सबसे ज्यादा स्ट्राइक रेट (कम से कम 200 रन बनाने वाले) रखने वाले बल्लेबाज रहे हैं।
आंकड़े
क्यों भारतीय टी-20 टीम में सफल फिनिशर बन सकते हैं कार्तिक?
टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कार्तिक निचले क्रम पर बल्लेबाजी करते हुए सफल हुए हैं।
उन्होंने नंबर छह पर खेलते हुए 16 मैचों में 42.00 की औसत और 146.51 की स्ट्राइक रेट से 252 रन बनाए हैं। वहीं नंबर सात पर कार्तिक ने पांच मैच खेले हैं, जिसमें 110 की उम्दा औसत और 207 के स्ट्राइक रेट से 110 रन बनाए हैं।
आंकड़ों से स्पष्ट है कि कार्तिक आखिरी ओवरों में बल्लेबाजी करना पसंद करते हैं।
जानकारी
ऐसा रहा है कार्तिक का टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर
डेढ़ दशक से भी लम्बे टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर में कार्तिक ने अब तक 36 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 35.07 की औसत और 146.13 की प्रभावशाली स्ट्राइक रेट से 491 रन बनाए हैं। उनका पहला अर्धशतक 30वीं पारी में आया है।
विकेटकीपर
विकेटकीपर का विकल्प भी देते हैं कार्तिक
कार्तिक एक अच्छे मैच फिनिशर के अलावा उपयोगी विकेटकीपर का विकल्प भी देते हैं।
विकेटों के पीछे उनकी तेजी देखते ही बनती है। वह अपने टी-20 करियर में 200 से ज्यादा कैच पकड़ चुके हैं। इसके अलावा बतौर विकेटकीपर उन्होंने टी-20 क्रिकेट में 64 स्टंपिंग भी की है।
दूसरी तरफ कार्तिक मैदानी फील्डिंग में भी बेहतरीन हैं और खेल के हर विभाग में अपना पूरा समर्पण देते हैं।
समर्थन
मौजूदा फॉर्म के बीच कार्तिक को मिल रहा है दिग्गजों का समर्थन
हाल में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ समाप्त हुई टी-20 सीरीज के चार में से दो मैचों में कार्तिक ने बेहतरीन पारी खेली। उन्होंने कटक में खेले गए दूसरे मैच में 21 गेंदों में नाबाद 30 रन बनाए। जबकि राजकोट में 27 गेंदों में 55 रनों की पारी खेली।
इस बीच सुनील गावस्कर, डेल स्टेन और आशीष नेहरा समेत कई पूर्व खिलाड़ी कार्तिक को विश्व कप की टीम में चुने जाने का समर्थन कर चुके हैं।
बयान
टी-20 विश्व कप में खेलने को बेकरार हैं कार्तिक
कार्तिक इस साल के अक्टूबर-नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्व कप में हर हाल में वापसी करना चाहते हैं। उन्होंने खुले तौर पर अपनी इस इच्छा को जाहिर भी किया है।
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जीत के बाद कार्तिक ने कहा था, "मेरा मुख्य उद्देश्य इस विश्व कप में भारत के लिए खेलना और कुछ खास करना है।"
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि उम्र के इस पड़ाव पर कार्तिक पर टीम प्रबंधन किस हद तक भरोसा करेगी।