जानिए कौन हैं कन्कशन सब्सीच्यूट के रूप में टेस्ट डेब्यू करने वाले मैट पर्किंसन
इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच लॉर्ड्स में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के पहले दिन इंग्लिश गेंदबाज जैक लीच फील्डिंग के दौरान चोटिल हो गए थे। लीच को बाउंड्री बचाते समय सिर में गेंद लगी थी और वह कन्कशन का शिकार हो गए थे। इसके बाद मैट पर्किंसन को कन्कशन सब्सीच्यूट के तौर पर टीम में शामिल किया गया और इसके साथ ही पर्किंसन का टेस्ट डेब्यू हुआ है। आइए जानते हैं कौन हैं पर्किंसन।
इंग्लैंड के पहले कन्कशन सब्सीच्यूट हैं पर्किंसन
पहले दिन छठे ओवर में ही लीच चोटिल होकर मैदान से बाहर चले गए थे और जब उनकी जांच की गई तो वह कन्कशन का शिकार पाए गए थे। इसके बाद पर्किंसन को बुलाया गया था। पर्किंसन को पहले दो टेस्ट के लिए इंग्लिश टीम में जगह नहीं मिली थी। लीच के बाहर होने के बाद उन्हें मैनचेस्टर से तत्काल बुलाया गया और कन्कशन सब्सीच्यूट के तौर पर डेब्यू कैप सौंपी गई।
इंग्लैंड के लिए वनडे और टी-20 मैच खेल चुके हैं पर्किंसन
25 वर्षीय लेग-स्पिनर पर्किंसन इंग्लैंड के लिए वनडे और टी-20 मुकाबले खेल चुके हैं। उन्होंने नवंबर 2019 में न्यूजीलैंड के खिलाफ टी-20 मुकाबले के साथ अपना अंतरराष्ट्रीय करियर शुरु किया था। फरवरी 2020 में पर्किंसन ने अपना वनडे डेब्यू किया था। पांच वनडे मैचों में उन्होंने पांच और चार टी-20 मैचों में छह विकेट लिए हैं। जुलाई 2021 के बाद से उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला था।
2016 से फर्स्ट-क्लास क्रिकेट खेल रहे हैं पर्किंसन
पर्किंसन ने 2016 में अपना फर्स्ट-क्लास करियर शुरु किया था और अब तक काफी सफल रहे हैं। उन्होंने अब तक खेले 37 फर्स्ट-क्लास मैचों में लगभग 24 की शानदार औसत के साथ 126 विकेट लिए हैं। फर्स्ट-क्लास क्रिकेट में 165 रन देकर 10 विकेट उनका किसी मैच में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है। वह अब तक चार बार पारी में पांच या उससे अधिक विकेट हासिल कर चुके हैं।
2020 में लागू किया गया था कन्कशन सब्सीच्यूट का नियम
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने 2020 में टेस्ट क्रिकेट में कन्कशन सब्स्टीट्यूट का नियम जारी किया था। कोरोना ब्रेक के बाद दोबारा इंटरनेशनल क्रिकेट की वापसी पर इसे लिमिटेड ओवर्स की क्रिकेट में भी लागू कर दिया गया था। इस नियम के मुताबिक यदि किसी खिलाड़ी को सिर में चोट लगती है तो उसकी जगह दूसरे खिलाड़ी को लाया जा सकता है। बल्लेबाज की जगह बल्लेबाज और गेंदबाज की जगह गेंदबाज को लाए जाने का प्रावधान है।