सौरव गांगुली और ग्लैन मैक्ग्राथ समेत क्या है दिग्गजों की चार दिन के टेस्ट पर राय?
रिपोर्ट्स के मुताबिक 2023 की वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप साइकल मेें टेस्ट मैचों को चार दिन का किया जाने पर विचार चल रहा है। भले ही इस प्रपोजल पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन इन रिपोर्ट्स के आने के बाद से क्रिकेट जगत इसको लेकर दो धड़ों में बंट गया है। आइए जानते हैं कि आखिर कौन चार दिन के टेस्ट के पक्ष में है और कौन इसकी खिलाफत कर रहा है।
मैं पूरी तरह से इसके खिलाफ हूं- नाथन ल्यॉन
ऑस्ट्रेलिया के ऑफ स्पिनर नाथन ल्यॉन का कहना है कि वह चार दिन के टेस्ट की पूरी तरह से खिलाफत करते हैं। ल्यॉन ने उदाहरण देते हुए कहा कि टेस्ट के सबसे रोमांचक मुकाबले पांचवें दिन तक जाते हैं। उन्होंने कहा, "मैं चार दिन के टेस्ट का फैन नहीं हूं। मुझे लगता है कि इससे आपको ज़्यादातर मुकाबले ड्रॉ होते दिखाई देंगे। मैं पूरी तरह से इसके खिलाफ हूं और मैं सोचता हूं कि ICC ऐसा विचार भी ना करे।"
एहतियातन इसके समर्थन में है इंग्लैंड
इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड एक प्रवक्ता के मुताबिक वे एहतियातन चार दिनों के टेस्ट के समर्थन में हैं। उनका मानना है कि चार दिन के टेस्ट होने से काफी चीजें बदल जाएंगी। बयान के मुताबिक, "हम निश्चित रूप से चार दिनों के टेस्ट के समर्थक हैं, लेकिन हम सावधानी बरत रहे हैं। हम समझते हैं कि यह खिलाड़ियों, फैंस और अन्य लोगों के लिए काफी महत्वपूर्ण मुद्दा है जो टेस्ट क्रिकेट की घटती लोकप्रियता को लेकर काफी चिंता में हैं।"
प्रपोजल आने के बाद ही कमेंट कर सकूंगा- सौरव गांगुली
बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली का कहना है कि वह इस तरह से कमेंट नहीं कर सकते हैं और प्रपोजल आने के बाद ही प्रतिक्रिया देंगे। उन्होंने कहा, "पहले हमें प्रपोजल को देखना होगा। प्रपोजल आ जाने दीजिए। कुछ भी कहना काफी जल्दबाजी होगी। ऐसे ही कुछ कमेंट नहीं कर सकता।" हालांकि, टेस्ट क्रिकेट को आगे बढ़ाने के लिए लोगों की राय काफी अलग-अलग तरह की है।
पांच दिन का टेस्ट स्पेशल, छोटा किए जाने पर मुझे बुरा लगेगा- मैक्ग्राथ
ऑस्ट्रेलिया के महान तेज गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्राथ का कहना है कि वह काफी पारंपरिक व्यक्ति हैं और पांच दिन का टेस्ट उन्हें स्पेशल लगता है। मैक्ग्राथ ने कहा, "पांच दिन का टेस्ट स्पेशल होता है और इसे छोटा किया जाना मुझे बुरा लगेगा। इसे कितने दिनों का खेला जाना चाहिए को लेकर मैं वास्तव में इसके खिलाफ हूं। यह जैसा है मैं उसे वैसे ही पसंद करता हूं।"