
भारत ने इंग्लैंड में आखिरी बार कब जीती थी टेस्ट सीरीज? जानिए उसकी पूरी कहानी
क्या है खबर?
भारतीय क्रिकेट टीम को इंग्लैंड की धरती पर टेस्ट सीरीज जीत का स्वाद चखे 17 साल बीत चुके हैं।
आखिरी बार 2007 में राहुल द्रविड़ की कप्तानी में भारत ने इंग्लैंड को उसी के घर में हराया था।
अब एक बार फिर मौका है उस सूखे को खत्म करने का। 20 जून से दोनों टीमों के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज शुरू होने जा रही है।
ऐसे में आइए 2007 की उस जीत पर एक नजर डाल लेते हैं।
सीरीज
सीरीज में ऐसा रहा था भारतीय टीम का प्रदर्शन
साल 2007 की उस सीरीज में कुल 3 टेस्ट मैच खेले गए थे। लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड में खेला गया पहला मुकाबला ड्रॉ पर समाप्त हुआ था।
दूसरे मैच में भारतीय टीम को 7 विकेट से शानदार जीत मिली थी। यह मुकाबला नॉटिंघम में खेला गया था।
सीरीज का आखिरी मुकाबला द ओवल में खेला गया और वह मुकाबला भी ड्रॉ पर समाप्त हुआ था।
इसी के साथ भारतीय टीम ने वह सीरीज 1-0 से अपने नाम कर ली थी।
जीत
दूसरे टेस्ट में ऐसे मिली थी भारतीय टीम को जीत
दूसरे टेस्ट में इंग्लैंड की टीम पहले बल्लेबाजी करने उतरी थी और सिर्फ 198 रन पर ऑलआउट हो गई।
जहीर खान ने सबसे ज्यादा 4 विकेट लिए थे। भारत ने जवाब में 481 रन बना दिए थे।
इंग्लैंड की दूसरी पारी 355 रन पर खत्म हुई और उसने भारतीय टीम को सिर्फ 73 रनों का लक्ष्य दिया था।
द्रविड़ की टीम ने 3 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया था। जहीर खान ने दूसरी पारी में 5 विकेट झटके थे।
रन
इन भारतीय बल्लेबाजों ने बनाए थे सबसे ज्यादा रन
भारत के लिए उस सीरीज में सबसे ज्यादा रन दिनेश कार्तिक ने बनाए थे। उनके बल्ले से 3 मुकाबलों की 6 पारियों में 43.83 की औसत से 263 रन निकले थे।
उन्होंने 3 अर्धशतक जड़े थे और उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 91 रन रहा था।
सौरव गांगुली ने उस सीरीज में 3 टेस्ट की 6 पारियों में 49.80 की औसत से 249 रन बनाए थे।
उनके बल्ले से 2 अर्धशतक निकले थे और उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 79 रन था।
विकेट
इन भारतीय गेंदबाजों ने झटके थे सबसे ज्यादा विकेट
जहीर ने उस सीरीज में 20.33 की औसत से 18 विकेट लिए थे। उन्होंने 2 बार 4 विकेट हॉल और 1 बार 5 विकेट हॉल लिया था।
उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 5/75 का रहा था।
अनिल कुंबले ने उस सीरीज में 6 पारियों में 34.50 की औसत से 14 विकेट लिए थे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/32 का रहा था।
रुद्र प्रताप सिंह ने 28.91 की औसत से 12 विकेट अपने नाम किए थे।