12 टेस्ट में 50 विकेट ले चुके अक्षर को क्या वेस्टइंडीज के खिलाफ मिलेगा मौका?
क्या है खबर?
भारतीय क्रिकेट टीम 12 जुलाई से वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलने जा रही है।
यह सीरीज वेस्टइंडीज की सरजमीं पर खेली जाएगी। भारतीय टीम के ऑलराउंडर खिलाड़ी अक्षर पटेल भी टीम का हिस्सा हैं। हाल के दिनों में इस खिलाड़ी की फॉर्म कमाल की रही है।
उन्होंने अपनी गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों से टीम को जीत दिलाई है। वह इस सीरीज में काफी अहम साबित हो सकते हैं।
आइए उनके आंकड़ों पर एक नजर डालते हैं।
टेस्ट
टेस्ट क्रिकेट में कैसा रहा है अक्षर का प्रदर्शन?
अक्षर ने भारत के लिए पहला टेस्ट साल 2021 में इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ खेला था।
उन्होंने अब तक 12 टेस्ट खेले हैं और इसकी 23 पारियों में 17.16 की उम्दा औसत और 2.27 की इकॉनमी रेट से के साथ 50 विकेट झटके हैं।
उन्होंने 5 बार 5 विकेट हॉल अपने नाम किए हैं। अक्षर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 6/38 विकेट रहा है। वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के खिलाफ अक्षर को 1 भी टेस्ट खेलने का मौका नहीं मिला है।
गेंद
सबसे कम गेंद में 50 विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज हैं अक्षर
अक्षर ने ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में 2,205 गेंदों में अपने 50 विकेट पूरे किए थे।
इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए अक्षर ने जसप्रीत बुमराह (2,465 गेंद) को पीछे छोड़ा था। मैचों की बात करें तो अक्षर ने 12वें टेस्ट में यह उपलब्धि हासिल की थी।
इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में अक्षर कमाल की गेंदबाजी करते हैं। उन्होंने उसके खिलाफ सिर्फ 3 टेस्ट मैचों में 27 विकेट झटके हैं।
वनडे
वेस्टइंडीज के खिलाफ 4 वनडे मैच खेल चुके हैं अक्षर
अक्षर ने भले ही वेस्टइंडीज के खिलाफ कोई टेस्ट मैच नहीं खेला हो, लेकिन उन्हें वनडे क्रिकेट में वेस्टइंडीज के खिलाफ 4 मैच खेलने का मौका मिला है।
इस दौरान उन्होंने 4 विकेट अपने नाम किए हैं। उनकी औसत 36.75 की रही है। उन्होंने इस दौरान 85.00 की शानदार औसत से 85 रन भी बनाए हैं।
उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 64 रन रहा है। उन्होंने 151.78 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की है। वेस्टइंडीज में उन्होंने 3 वनडे मैच खेले हैं।
मौका
क्या पहले टेस्ट में मिलेगा अक्षर को मौका?
पहले टेस्ट में अक्षर को मौका मिलना थोड़ा मुश्किल लग रहा है। टीम के पास रविंद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन के रूप में 2 अनुभवी स्पिन गेंदबाज हैं। दोनों वेस्टइंडीज की सरजमीं पर पहले भी खेल चुके हैं।
ऐसे में उन्हें प्लेइंग इलेवन में मौका मिलना तय माना जा रहा है।
वेस्टइंडीज की पिच तेज गेंदबाजों को मदद करती है। ऐसे में वहां 3 स्पिन गेंदबाजों को प्लेइंग इलेवन में मौका मिलना थोड़ा मुश्किल होगा।