शिखा पाण्डेय को है भरोसा, 1-2 साल में महिलाओं के लिए होगा पूरा IPL
क्या है खबर?
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की स्टार तेज गेंदबाज शिखा पाण्डेय को भरोसा है कि आने वाले 1-2 सालों में संपूर्ण महिला IPL का आयोजन किया जाएगा।
महिला IPL के लिए चार टीमें बनाई जा चुकी हैं, लेकिन इनके बीच 2-4 मैच ही खेले गए हैं।
लंबे समय तक चलने वाली और अधिक मैचों वाली लीग की भारतीय महिला क्रिकेटर्स लंबे समय से मांग कर रही हैं।
ANI के साथ शिखा ने महिला IPL पर खुलकर बात की।
बयान
1-2 सालों में देखेंगे बेहतरीन तरीके से आयोजित महिला IPL- शिखा
शिखा ने बातचीत में कहा, "मुझे भरोसा है कि आने वाले 1-2 सालों में हम बेहतरीन तरीके से आयोजित की जाने वाली महिला IPL देखेंगे। हमने 2018 और 2019 में टी-20 चैलेंज मैच खेला है और मैदान में आए लोगों ने हमें खूब प्यार दिया था।"
उन्होंने यह भी कहा कि यदि बढ़िया तरीके से महिला IPL का आयोजन होता है तो इससे युवा लड़कियों को काफी मदद मिलेगी।
महिला IPL
इस तरह से BCCI कर रही है प्रयोग
2018 में दो टीमों के बीच टी-20 चैलेंज का आयोजन किया गया था और फिर 2019 में एक और टीम को इसमें जोड़ा गया।
2018 में इसका पहला सीजन मुंबई में IPL सुपरनोवाज और IPL ट्रॉयलब्लेजर्स के बीच खेला गया था जिसका फाइनल सुपरनोवाज ने जीता था।
इस साल टीमों की संख्या बढ़ाकर चार कर दी गई थी और मैच भी सात खेले जाने थे, लेकिन कोरोना वायरस के कारण इसे रद्द करना पड़ा।
मिथाली राज
मिथाली ने की थी 2021 से महिला IPL के आयोजन की मांग
भारतीय महिला टीम की वनडे कप्तान मिथाली राज ने मार्च में BCCI से कहा था कि उन्हें 2021 से देश में महिला IPL का आयोजन कराना चाहिए।
मिथाली ने कहा था, "मुझे व्यक्तिगत तौर पर लगता है कि उन्हें अगले साल से महिला IPL का आयोजन कराना चाहिए। आप हमेशा इंतजार करते ही नहीं रह सकते हैं। आपको कभी ना कभी शुरुआत तो करनी ही होगी।"
ट्विटर
हाल ही में ट्विटर पर शिखा ने महिला क्रिकेट के लिए की थी यह मांग
पिछले महीने खबरें आई थीं कि इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) महिला क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए कुछ बदलाव करने पर विचार कर रही है।
उन बदलावों में गेंद और पिच की लंबाई कम करने जैसे सुझाव शामिल थे।
शिखा ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए ट्विटर पर लिखा था कि इस तरह का कोई छेड़छाड़ करने की बजाय सही मार्केटिंग और लाइव प्रसारण से महिला क्रिकेट को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।