टेस्ट सीरीज़ से पहले बोले विराट कोहली, कहा- रोहित को ओपनिंग में पर्याप्त समय मिलेगा
सीमित ओवरों की क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ सलामी बल्लेबाज़ रोहित शर्मा दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ में भी पारी की शुरुआत करते दिखाई देंगे। हालांकि, इस सीरीज़ के आगाज़ से पहले अभ्यास मैच में रोहित खाता खोले बिना ही पवेलियन लौट गए थे, लेकिन टेस्ट में बतौर ओपनर उनका असली इम्तिहान अभी बाकी है। पहले टेस्ट से पहले कप्तान कोहली ने भी साफ कर दिया है कि टीम प्रबंधन रोहित को बतौर ओपनर पर्याप्त समय देने के लिए तैयार है।
टीम प्रबंधन रोहित शर्मा के साथ धैर्य दिखाने के लिए तैयार है- कोहली
पहले टेस्ट से पूर्व कोहली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "टीम प्रबंधन रोहित शर्मा के साथ धैर्य दिखाने के लिए तैयार है। रोहित बतौर ओपनर टीम की योजनाओं में फिट होने के लिए पर्याप्त समय ले सकते हैं। हमें उनको लेकर कोई जल्दबाज़ी या हड़बड़ नहीं है।" उन्होंने आगे कहा, "रोहित को अपनी लय हासिल करने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा। रोहित लंबे वक्त से टीम का हिस्सा हैं और अब यह उनके और टीम, दोनों के लिए अवसर है।"
हम चाहते हैं कि रोहित अपने अंदाज़ में बल्लेबाज़ी करें- कोहली
कोहली ने कहा, "हम रोहित से किसी एक तरह की बल्लेबाज़ की उम्मीद नहीं कर रहे। हम चाहते हैं कि वह अपने स्टाइल में बल्लेबाज़ी करें।" उन्होंने आगे कहा, "रोहित की ताकत खेल को आगे ले जाने की है। जैसे वीरू भाई टीम के लिए किया करते थे। ऐसा नहीं कि किसी ने वीरू भाई को लंच से पहले शतक लगाने या आक्रामक क्रिकेट खेलने के लिए कहा होगा। एक बार सेट होने के बाद वह आक्रामक हो जाते थे।"
केएल राहुल के बाहर होने के बाद ही रोहित से कराई जा सकती थी ओपनिंग- कोहली
कोहली ने कहा, "निश्चित रूप से रोहित के पास क्षमता है। अगर विकेट चुनौतीपूर्ण है, तो ज़ाहिर है कि आप उसे आक्रामक क्रिकेट खेलते नहीं देखेंगे। वह जानता है कि उसे क्या करना है।" कोहली ने खुलासा किया कि बहुत पहले ही रोहित को मिडिल ऑर्डर से टॉप ऑर्डर में प्रमोट करने का विचार आया था, लेकिन वर्तमान परिदृश्य में ही इसे लागू किया जा सकता था, जब केएल राहुल को टीम से बाहर कर दिया गया।
वनडे क्रिकेट में भी पहले मिडिल ऑर्डर में खेलते थे रोहित- कोहली
कोहली ने कहा, "वनडे क्रिकेट में भी पहले रोहित मध्य क्रम में बल्लेबाजी कर रहे थे, लेकिन अचानक उनसे ओपनिंग कराने की बातचीत हुई और फिर 6-8 महीनों के भीतर क्या हुआ, यह सब जानते हैं। अगर वह वनडे की तरह टेस्ट में भी प्रदर्शन करते हैं, तो यह भारतीय क्रिकेट के लिए बहुत अच्छा होगा।" साथ ही कोहली ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के लिए कहा कि अगर रोहित टॉप में सफल होते हैं तो टीम को काफी मदद मिलेगी।
टेस्ट में भी बतौर ओपनर कारगार साबित हो सकते हैं रोहित शर्मा
टेस्ट क्रिकेट के 27 मैचों में 39.62 की औसत से 1,585 रन बनाने वाले रोहित ने अभी तक पारी की शुरुआत नहीं की है। रोहित इससे पहले जब वनडे में भी मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी करते थे, तो टीम में उनका स्थान सुनिश्चित नहीं था। लेकिन वीरेंद्र सहवाग के टीम से बाहर होने के बाद जब एमएस धोनी ने रोहित को ओपनिंग स्लॉट में मौका दिया, तो उन्होंने उसे दोनों हाथों से भुनाया और टीम के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।
इस कारण टेस्ट में बतौर ओपनर सफल हो सकते हैं रोहित शर्मा
रोहित वनडे क्रिकेट में कठिन पिचों पर भी बड़ी पारियां खेल चुके हैं। साथ ही गेंद को छोड़ने की उनकी क्षमता और डिफेंस करने की सटीक टेकनिक टेस्ट क्रिकेट में भी रोहित को सफलता दिला सकती है। वहीं रोहित खराब गेंदो को सीमा पार भेजने में भी सक्षम हैं। ऐसे में टेस्ट में फील्ड के ऊपर होने पर रोहित खराब गेंदो पर प्रहार भी कर सकते हैं। रोहित धीमी पिचों के साथ-साथ तेज पिचों पर भी लंबा खेल सकते हैं।