पूर्व अंडर-19 विश्व कप विजेता कप्तान उन्मुक्त चंद ने भारतीय क्रिकेट से लिया संन्यास
क्या है खबर?
भारत के पूर्व अंडर-19 विश्व कप विजेता कप्तान उन्मुक्त चंद ने केवल 28 साल की उम्र में शुक्रवार को भारतीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की है।
उन्मुक्त ने ट्वीट करके बताया कि वह भारतीय क्रिकेट से संन्यास ले रहे हैं और दुनिया भर में अवसरों का लाभ उठाने के लिए तैयार हैं।
अंडर-19 विश्व कप के बाद उन्मुक्त को भविष्य का बड़ा बल्लेबाज माना जा रहा था, लेकिन वह कभी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेल सके।
अंडर-19 विश्व कप
फाइनल में उन्मुक्त चंद ने खेली थी मैच विनिंग पारी
2012 अंडर-19 विश्व कप के फाइनल मुकाबले में उन्मुक्त चंद ने नाबाद 111 रनों की पारी खेल कर भारत को तीसरी बार विश्व कप विजेता बनाया था।
ऑस्ट्रेलिया से मिले 226 रनों के लक्ष्य को भारतीय टीम ने उन्मुक्त चंद की मैच विनिंग पारी की बदौलत 14 गेंद शेष रहते ही हासिल कर लिया था।
उन्मुक्त चंद के इस प्रदर्शन की बदौलत उन्हें 'मैन ऑफ द मैच' के खिताब से नवाज़ा गया था।
सन्देश
मेरी क्रिकेट यात्रा में कुछ शानदार क्षण रहे हैं- उन्मुक्त
उन्मुक्त ने अपने संन्यास के सन्देश में कहा, "व्यक्तिगत रूप से भारत में मेरी क्रिकेट यात्रा में कुछ शानदार क्षण रहे हैं। भारत के लिए अंडर-19 विश्व कप जीतना मेरे जीवन के सबसे बड़े क्षणों में से एक है। एक कप्तान के रूप में कप को उठाना एक विशेष एहसास था, जिससे दुनिया भर में इतने सारे भारतीयों के लिए मुस्कान आई थी। मैं उस भावना को कभी नहीं भूल सकता।"
ट्विटर पोस्ट
उन्मुक्त ने साझा किया सन्देश
T1- On to the next innings of my life #JaiHind🇮🇳 pic.twitter.com/fEEJ9xOdlt
— Unmukt Chand (@UnmuktChand9) August 13, 2021
आंकड़े
ऐसा रहा उन्मुक्त का घरेलू करियर
उन्मुक्त ने 67 प्रथम श्रेणी मैच खेले, जिसमें उन्होंने 31.57 की औसत से 3,379 रन बनाए। इस बीच उन्होंने आठ शतक और 16 अर्धशतक भी लगाए।
उन्होंने लिस्ट-A क्रिकेट में बेहतर प्रदर्शन किया, जहां उन्होंने 120 मैचों में 41.33 की औसत से 4,505 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने सात शतक भी लगाए।
टी-20 में उन्होंने 77 मैचों में 22.35 के औसत और 116.09 के स्ट्राइक रेट से 1,565 रन बनाए।
IPL
IPL में नहीं छोड़ सके प्रभाव
उन्मुक्त IPL में प्रभाव छोड़ने में असफल रहे थे। उन्हें सबसे पहले 2011 में दिल्ली डेयरडेविल्स (अब की दिल्ली कैपिटल्स) से मौका मिला। इसके बाद वह मुंबई इंडियंस और राजस्थान रॉयल्स की टीमों से भी खेले।
अपने IPL करियर में उन्मुक्त ने 21 मैच खेले और एक अर्धशतक की मदद से 300 रन बनाए थे। वह 2016 में आखिरी बार MI से खेलते हुए नजर आए थे। उसके बाद से किसी भी फ्रेंचाइजी ने उन पर भरोसा नहीं दिखाया।