
एजबेस्टन के मैदान पर भारत के इन गेंदबाजों ने चटकाए हैं सबसे ज्यादा विकेट
क्या है खबर?
भारतीय क्रिकेट टीम और इंग्लैंड क्रिकेट टीम के बीच खेली जा रही 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मुकाबला 2 जुलाई से एजबेस्टन के मैदान पर खेला जाएगा। शुभमन गिल की टीम को पहले टेस्ट में करारी हार मिली थी। ऐसे में वह दूसरे मुकाबले में जोरदार वापसी करना चाहेंगे। आइए एजबेस्टन के मैदान पर भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों पर एक नजर डाल लेते हैं।
#1
चेतन शर्मा (10 विकेट)
भारत के पूर्व स्टार तेज गेंदबाज चेतन शर्मा एजबेस्टन के मैदान पर भारत की ओर से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। उन्होंने इस मैदान पर साल 1986 में सिर्फ 1 टेस्ट मैच खेला था, जिसमें 10 विकेट चटकाए थे। पहली पारी में उन्होंने 29.3 ओवर में 130 रन देकर 4 विकेट लिए, जबकि दूसरी पारी में 24 ओवर में 58 रन देकर 6 विकेट झटके। यह मुकाबला ड्रॉ रहा, लेकिन उनका प्रदर्शन आज भी याद किया जाता है।
#2
इरापल्ली प्रसन्ना (8 विकेट)
सूची में दूसरे स्थान पर भारत के पूर्व दिग्गज स्पिन गेंदबाज इरापल्ली प्रसन्ना हैं। उन्होंने इस मैदान पर अपना पहला टेस्ट मैच 1967 में खेला था। आखिरी बार वह 1974 के भारत दौरे पर खेलते हुए नजर आए थे। उन्होंने 2 टेस्ट की 3 पारियों में 26.50 की औसत से 8 विकेट लिए थे। उनका इस मैदान पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 4/60 का रहा था। वह यहां 5 विकेट हॉल नहीं ले पाए थे।
#3
रविचंद्रन अश्विन, कपिल देव और ईशांत शर्मा (7-7 विकेट)
रविचंद्रन अश्विन, कपिल देव और इशांत शर्मा एजबेस्टन में भारत की ओर से संयुक्त रूप से तीसरे सबसे सफल गेंदबाज हैं। तीनों के नाम इस मैदान पर 7-7 विकेट हैं। अश्विन ने साल 2018 में खेले एकमात्र टेस्ट में यह उपलब्धि हासिल की थी। कपिल और इशांत ने 2-2 टेस्ट की 3-3 पारियों में ये विकेट लिए हैं। इन दोनों पूर्व दिग्गज ने यहां 1-1 बार 5 विकेट हॉल भी लिए थे, जबकि अश्विन का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 4/62 का रहा।
#4
भगवत चंद्रशेखर और वेंकटेश प्रसाद (6-6 विकेट)
चौथे स्थान पर संयुक्त रूप से 2 पूर्व गेंदबाज भगवत चंद्रशेखर और वेंकटेश प्रसाद हैं। दोनों ने इस मैदान पर संयुक्त रूप से 6-6 विकेट लिए थे। चंद्रशेखर ने 2 टेस्ट की 3 पारियों में 41.66 की औसत से 6 विकेट लिए थे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/43 का रहा था। वेंकटेश ने 1 मैच की 2 पारियों में इतने ही विकेट लिए थे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 4/71 का रहा था।