
इंग्लैंड बनाम भारत: एक टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज
क्या है खबर?
इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में भारतीय क्रिकेट टीम के गेंदबाजों ने कई बार दमदार प्रदर्शन किया है।
कुछ ऐसे नाम रहे हैं, जिन्होंने पूरी सीरीज में लगातार विकेट चटकाकर इंग्लैंड के बल्लेबाजों की कमर तोड़ी है।
अब जब दोनों टीमों के बीच 20 जून से 5 मैचों की टेस्ट सीरीज शुरू होने जा रही है। इस बीच आइए उन भारतीय गेंदबाजों पर नजर डालते हैं जिन्होंने एक सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट झटके हैं।
#1
भागवत चंद्रशेखर (35 विकेट, 1972)
पहले स्थान पर पूर्व दिग्गज स्पिनर भागवत चंद्रशेखर का नाम आता है, जिन्होंने 1972 के इंग्लैंड दौरे पर अपनी घातक गेंदबाजी से तहलका मचा दिया था।
उन्होंने 5 टेस्ट में कुल 35 विकेट झटके थे। इस दौरान उनकी औसत 18.91 की रही थी।
उस सीरीज में उन्होंने 2 बार 4 विकेट हॉल और 4 बार 5 विकेट हॉल लिए थे।
उनका सर्वश्रेष्ठ 8/79 का प्रदर्शन आज भी इंग्लैंड में भारतीय स्पिन गेंदबाजी की सबसे खास उपलब्धियों में गिना जाता है।
#2
वीनू मांकड़ (34 विकेट, 1951)
दूसरे स्थान पर भारत के पूर्व महान ऑलराउंडर वीनू मांकड़ का नाम आता है, जिन्होंने 1951 के इंग्लैंड दौरे पर शानदार गेंदबाजी से सबका ध्यान खींचा था।
उन्होंने 5 टेस्ट मैचों में कुल 34 विकेट अपने नाम किए थे। इस दौरान उनकी गेंदबाजी औसत 16.79 की रही थी।
उस सीरीज में उन्होंने 1 बार 5 विकेट हॉल और 5 बार 4 विकेट हॉल लिए थे।
इंग्लैंड की परिस्थितियों में यह प्रदर्शन लंबे समय तक मिसाल बना रहा।
#3
रविंचंद्रन अश्विन (32 विकेट, 2020)
तीसरे स्थान पर पूर्व दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन हैं, जिन्होंने 2020 में इंग्लैंड के भारत दौरे पर जबरदस्त प्रदर्शन किया था।
उन्होंने 4 टेस्ट में कुल 32 विकेट झटके थे। इस दौरान उनकी गेंदबाजी औसत 14.71 की रही थी।
उस सीरीज में उन्होंने 3 बार 5 विकेट हॉल और 1 बार 4 विकेट हॉल लिया था। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 6/61 का रहा था।
टेस्ट क्रिकेट में अनुभव और सटीकता से अश्विन ने इंग्लैंड के बल्लेबाजों को काफी परेशान किया था।
#4
रविचंद्रन अश्विन (28 विकेट, 2016)
चौथे स्थान पर भी अश्विन ही मौजूद हैं, जिन्होंने 2016 में इंग्लैंड के भारत दौरे पर शानदार गेंदबाजी की थी।
उस सीरीज में उन्होंने 5 टेस्ट मैचों में कुल 28 विकेट अपने नाम किए थे। उनकी गेंदबाजी औसत 30.25 की रही थी।
इस दौरान उन्होंने 3 बार 5 विकेट हॉल लिए थे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 6/55 का था।
घरेलू हालात में उनकी ये प्रदर्शन कुशलता और निरंतरता का बेहतरीन उदाहरण बना था।