भारतीय बल्लेबाजों द्वारा मोटेरा स्टेडियम में खेली गई पांच यादगार पारियां
क्या है खबर?
अहमदाबाद का मोटेरा स्टेडियम इंग्लैंड के खिलाफ खेली जा रही टेस्ट सीरीज का तीसरे टेस्ट की मेजबानी के लिए पूरी तरह से तैयार है।
दोनों देशों के बीच 24 फरवरी से तीसरा टेस्ट पिंक बॉल से खेला जाना है।
मोटेरा स्टेडियम में अब तक तीन भारतीय बल्लेबाजों ने दोहरे शतक लगाए हैं।
इनके अलावा भी यहां पर भारतीय बल्लेबाजों ने कई यादगार पारियां खेली हैं, उन पर एक नजर डालते हैं।
राहुल द्रविड़
द्रविड़ ने जड़ा दोहरा शतक
पूर्व भारतीय दिग्गज राहुल द्रविड़ ने मोटेरा स्टेडियम में न्यूजीलैंड के खिलाफ दोहरा शतक लगाया था।
उन्होंने साल 2003 में किवी टीम के खिलाफ 222 रनों की शानदार पारी खेली थी। अपनी मैराथन पारी के दौरान उन्होंने 28 चौके और एक छक्का भी लगाया था।
इस बीच उन्होंने लक्ष्मण के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 130 जबकि गांगुली के साथ पांचवे विकेट के लिए 182 रन जोड़े थे।
वह टेस्ट ड्रा रहा था।
सचिन तेंदुलकर
जब सचिन ने लगाया अपना पहला दोहरा शतक
अपने अंतरराष्ट्रीय पर्दापण के लगभग एक दशक बाद सचिन तेंदुलकर ने अपने टेस्ट करियर का पहला दोहरा शतक लगाया था।
उन्होंने साल 1999 में न्यूजीलैंड के खिलाफ 29 चौकों की मदद से 217 रन बनाए थे।
उस मैच में सचिन ने सौरव गांगुली के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 281 रनों की साझेदारी की थी।
भारत ने अपनी पहली पारी 583/7 के स्कोर पर घोषित की थी। हालांकि, मेहमान टीम उस टेस्ट को ड्रा करवाने में सफल रही थी।
चेतेश्वर पुजारा
पुजारा ने इंग्लैंड के खिलाफ बनाया अपना सर्वोच्च स्कोर
साल 2012 में मोटेरा स्टेडियम में हुए टेस्ट में भारत ने इंग्लैंड पर नौ विकेट से जीत दर्ज की थी। उस जीत के नायक बने थे चेतेश्वर पुजारा, जिन्होंने अपनी पहली पारी में दोहरा शतक लगाया था।
पुजारा ने 21 चौकों की मदद से नाबाद 206 रन बनाए थे। अपनी मैराथन पारी के दौरान उन्होंने युवराज सिंह के साथ मिलकर पांचवे विकेट के लिए 130 रन जोड़े थे।
यह पुजारा का टेस्ट क्रिकेट में सर्वोच्च स्कोर है।
वीरेंद्र सहवाग
सहवाग ने लगाया अपना आखिरी टेस्ट शतक
साल 2012 में इंग्लैंड के खिलाफ भारतीय सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने आक्रामक शतक लगाया था।
मोटेरा स्टेडियम में उन्होंने 117 गेंदों में 15 चौके और एक छक्के की मदद से 117 रनों की पारी खेली थी।
अपनी तेज पारी के दौरान सहवाग ने अपने जोड़ीदार गौतम गंभीर के साथ मिलकर 134 रनों की साझेदारी कर टीम को अच्छी शुरुआत दिलवाई थी।
यह सहवाग के टेस्ट करियर का आखिरी शतक साबित हुआ।
मोहम्मद अजहरुद्दीन
जब अजहरुद्दीन ने खेली कप्तानी पारी
साल 1994 में श्रीलंका की टीम तीन टेस्ट खेलने के लिए भारत दौरे पर थी।
सीरीज का आखिरी टेस्ट मोटेरा स्टेडियम में खेला गया, जिसमें भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने शतक लगाया था।
अजहरुद्दीन ने 16 चौके और एक छक्के की मदद से 152 रन बनाए थे।
भारत ने यह टेस्ट पारी और 17 रनों के बड़े अंतर से जीता था और अजहरुद्दीन प्लेयर ऑफ द सीरीज बने थे।