
भारत बनाम UAE मुकाबले में हार से भारतीय टीम को मिले हैं ये सबक
क्या है खबर?
बीती रात एशियन कप 2019 के अपने दूसरे मुकाबले में भारतीय टीम को UAE के खिलाफ 2-0 की हार झेलनी पड़ी।
यह हार इसलिए ज़्यादा दर्द देने वाली है क्योंकि पूरे मुकाबले में भारतीय टीम ने मेज़बान टीम से कहीं बेहतर प्रदर्शन किया।
भारतीय टीम ने अपने अटैक से UAE जैसी मजबूत टीम को बैकफुट पर रखा और उन्हें काफी कुछ सोचने पर मजबूर कर दिया।
भले ही भारत को मुकाबले में हार झेलनी पड़ी लेकिन हमने काफी कुछ सीखा।
अटैक
भारत खेल सकती है अटैकिंग फुटबॉल
भारतीय खिलाड़ियों की फिजिक देखकर ऐसा माना जाता है कि हम अटैकिंग फुटबॉल नहीं खेल सकते। हम काफी धीरे खेलते हैं।
लेकिन बीती रात UAE के खिलाफ भारतीय टीम ने पहले मिनट से ही यह दिखा दिया कि वह भी अटैकिंग फुटबॉल खेलना बखूबी जानते हैं।
पहले हाफ के शुरुआती 40 मिनट तक भारतीय टीम ने लगातार अटैक किए 3-4 बार टॉर्गेट हिट भी किया जिससे UAE की टीम पूरी तरह दबाव में आ गई थी।
लॉन्ग बॉल
लॉन्ग बॉल से सतर्क रहना होगा
भारतीय टीम के डिफेंस ने शानदार खेल दिखाया। हालांकि भारत ने दो गोल खाए, जिनमें UAE ने लॉन्ग बॉल खेलकर भारतीय डिफेंस को चकमा दिया।
जब पहला गोल हुआ तो उस लॉन्ग बॉल को रिसीव करने के लिए UAE का केवल एक खिलाड़ी था तो वहीं उसे रोकने के लिए भारत के दोनों अनुभवी डिफेंडर मौजूद थे।
लेकिन फिर भी भारतीय टीम के डिफेंस से गेंद को समझने में चूक हुई और टीम को गोल खाना पड़ा।
आशिके कुरुनियन
टीम को अपनी फिनिशिंग सुधारनी होगी
थाईलैंड के खिलाफ चार गोल दागने वाली भारतीय टीम ने UAE के खिलाफ कम से कम पांच मौके गंवाए।
संदेश झिंगन के पास फ्री हेडर था लेकिन वह टॉर्गेट हिट नहीं कर सके तो वहीं आशिके कुरुनियन को छेत्री ने शानदार पास दिया।
वन ऑन वन पोजीशन में आशिके गोलकीपर को बीट नहीं कर सके। छेत्री ने भी फ्री हेडर पर गेंद सीधा गोलकीपर के हाथ में मार दिया।
इसके अलावा भी टीम ने गोल करने के कई मौके गंवाए।
भाग्य
कई बार अच्छे भाग्य की भी जरूरत होती है
कई बार ऐसा देखने को मिलता है कि टीम शानदार प्रदर्शन करती है लेकिन फिर भी उसका भाग्य साथ नहीं देता है और टीम को मुकाबला गंवाना पड़ता है।
गुरुवार की रात भारतीय टीम के साथ भी ऐसा हुआ। टीम शानदार खेल रही थी लेकिन बॉल ने गोलपोस्ट के अंदर जाने से मान कर दिया।
उदांता सिंह का शॉट नेट के अंदर जाकर बाहर चला आया तो वहीं मैच के अंतिम क्षणों में एक बार फिर यही चीज हुई।