इस नियम के तहत रांची टेस्ट में चोटिल एल्गर की जगह बल्लेबाज़ी करने उतरे डी ब्रइन
क्या है खबर?
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच रांची में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच में सलामी बल्लेबाज़ डीन एल्गर की जगह थिउनिस डी ब्रइन बल्लेबाज़ी करने उतरे।
बता दें कि रांची में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच में दक्षिण अफ्रीका के फॉलो-ऑन खाने के बाद दूसरी पारी में एल्गर 16 रनों के निजी स्कोर पर उमेश यादव की गेंद पर चोटिल हो गए थे। जिसके बाद कन्कशन सब्सटीट्यूट के नियम के तहत डी ब्रइन बल्लेबाज़ी करने आए।
रिप्लेसमेंट
दक्षिण अफ्रीका ने एल्गर के रिप्लेसमेंट पर दिया था थिउनिस डी ब्रइन का नाम
बता दें कि एल्गर टी ब्रेक से पहले उमेश की गेंद पर चोटिल हुए थे। इसके बाद जब टी ब्रेक के बाद खेल शुरु हुआ तो एल्गर बल्लेबाज़ी के लिए नहीं आए।
ऐसे में ICC के मानक नए नियम (कन्कशन सब्सटीट्यूट) के प्रोटोकॉल के अनुसार मूल्यांकन किया गया, तब विज़िटिंग टीम ने थिउनिस डी ब्रइन का नाम एल्गर के रिप्लेसमेंट के तौर पर दिया।
इसी कारण छठा विकेट गिरने के बाद थिउनिस डी ब्रइन बल्लेबाजी के लिए मैदान पर आए।
रांची टेस्ट
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भारत के पहली पारी में 497 रनों पर पारी घोषित करने के बाद दक्षिण अफ्रीका ने दूसरे ही दिन दो विकेट खो दिए थे।
इसके बाद तीसरे दिन भी भारत की घातक गेंदबाज़ी के आगे अफ्रीकी बल्लेबाज़ लाचार नज़र आए और पूरी टीम 162 रनों पर सिमट गई।
कप्तान कोहली ने इसके बाद अफ्रीका को फॉलो-ऑन दिया, जिसके बाद उन्हें दूसरी पारी के लिए आना पड़ा। दूसरी पारी में अफ्रीका के 100 रनों के अंदर सात विकेट गिर चुके हैं।
नियम
जानिए क्या है कन्कशन सब्सटीट्यूट नियम
पहले के नियमों के हिसाब से यदि कोई खिलाड़ी चोटिल होता था तो उसकी जगह दूसरा खिलाड़ी मैच में फील्डिंग कर सकता था।
लेकिन अब कन्कशन सब्सटीट्यूट नियम के हिसाब से किसी खिलाड़ी के चोटिल होने पर उसकी जगह दूसरा खिलाड़ी गेंदबाज़ी और बल्लेबाज़ी के साथ-साथ विकेटकीपिंग भी कर सकता है।
इसी साल कन्कशन सब्सटीट्यूट नियम को ICC की गवर्निंग काउंसिल ने पास किया था, जिसके बाद वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के आगाज़ से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में यह नियम लागू हुआ।