ICC ने मेलबर्न की पिच को 'असंतोषजनक' करार दिया, 2 दिन में खत्म हुआ था टेस्ट
क्या है खबर?
ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम और इंग्लैंड क्रिकेट टीम के बीच एशेज सीरीज 2025-26 का चौथा टेस्ट सिर्फ 2 दिन के भीतर ही समाप्त हुआ था। इस मुकाबले को इंग्लिश टीम ने 4 विकेट से जीता था। अब इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) की पिच को 'असंतोषजनक' करार दिया है। इसके साथ-साथ ICC ने इस मैदान को एक डिमेरिट अंक भी दिया है। आइए इस खबर पर एक नजर डालते हैं।
बयान
मैच रेफरी जेफ क्रो ने सुनाया फैसला
ICC के एलीट पैनल के मैच रेफरी जेफ क्रो ने यह फैसला सुनाया। उन्होंने इस निर्णय को लेकर कहा, "मेलबर्न की पिच गेंदबाजों के लिए बहुत ज्यादा मददगार थी। पहले दिन कुल 20 विकेट गिरे जबकि दूसरे दिन 16 विकेट गिरे और कोई भी बल्लेबाज अर्धशतक तक नहीं लगा सका। इसलिए नियमों के अनुसार पिच 'असंतोषजनक' थी और इस वजह से मेलबर्न के मैदान को एक डिमेरिट अंक दिया गया है।"
लेखा-जोखा
इस तरह से जीती थी इंग्लिश टीम
इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया था। ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 152 रन पर समाप्त हुई, जिसमें जोश टंग ने 5 विकेट चटकाए थे। जवाब में इंग्लैंड की टीम सिर्फ 110 रन ही बना पाई थी। कंगारू टीम की दूसरी पारी भी कुछ खास नहीं रही और वो 132 रन पर ऑलआउट हुई। इंग्लैंड ने दूसरे दिन ही 175 रन का लक्ष्य 6 विकेट खोकर हासिल कर लिया। जैकब बेथेल ने सबसे ज्यादा 40 रन बनाए।
नियम
5 साल की अवधि के लिए सक्रिय रहते हैं डिमेरिट अंक
ICC के नियमों के मुताबिक, अगर ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट बोर्ड (CA) इस फैसले को चुनौती देना चाहता है, तो उसके पास इसके लिए 2 हफ्तों का समय रहेगा। बता दे कि डिमेरिट अंक 5 साल की अवधि के लिए सक्रिय रहते हैं। जब किसी मैदान को 6 डिमेरिट अंक मिलते हैं, तो उसे 12 महीने की अवधि के लिए किसी भी अंतरराष्ट्रीय खेलों की मेजबानी करने से निलंबित कर दिया जाता है।
सीरीज
ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज में 3-1 से बनाई हुई है बढ़त
इंग्लैंड को पर्थ में खेले गए सीरीज के पहले टेस्ट में 8 विकेट से शिकस्त मिली थी। ये मुकाबला सिर्फ 2 दिनों के भीतर ही समाप्त हो गया था। इसके बाद गाबा में खेले गए दूसरे टेस्ट में भी ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 8 विकेट से जीत हासिल की थी। तीसरे एडिलेड टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने 82 रन से जीत दर्ज की थी। वहीं, चौथे टेस्ट में इंग्लैंड ने 4 विकेट से जीत अपने नाम की थी।