
टेस्ट क्रिकेट: इन खिलाड़ियों ने अपने करियर की आखिरी पारी में लगाए दोहरे शतक
क्या है खबर?
कोई भी खिलाड़ी अपने करियर का सुखद अंत करना चाहता है। गेंदबाज अपने आखिरी मुकाबले में गेंदबाजी से छाप छोड़ने का प्रयास करते हैं, जबकि बल्लेबाज बड़ी पारी खेलना चाहते हैं। दिलचस्प रूप से टेस्ट क्रिकेट के अब तक के इतिहास में अब तक सिर्फ 2 ही खिलाड़ी ऐसे हुए हैं, जिन्होंने अपने करियर की आखिरी पारी में दोहरा शतक लगाने का कारनामा किया है। आइए उनके बारे में जानते हैं।
#1
सीमोर नर्स (258 रन बनाम न्यूजीलैंड, 1969)
वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज सीमोर नर्स ने 1969 में न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ अपना आखिरी टेस्ट खेला था। उन्होंने नंबर-3 पर बल्लेबाजी करते हुए कीवी टीम के विरुद्ध 258 रन की पारी खेली थी। अपनी इस मैराथन पारी के दौरान उन्होंने 34 चौके और 1 छक्का लगाया था। उनकी पारी के बावजूद वेस्टइंडीज ने 417 रन बनाए थे और आखिरकार मैच ड्रॉ पर समाप्त हुआ था।
#2
जेसन गिलेस्पी (201* रन बनाम बांग्लादेश, 2006)
ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज जेसन गिलेस्पी ने 2006 में बांग्लादेश क्रिकेट टीम के खिलाफ अपने करियर का अंतिम टेस्ट मैच खेला था। चटगांव में खेले गए उस टेस्ट में गिलेस्पी ने 425 गेंदों का सामना करते हुए नाबाद 201 रन बनाए थे। अपनी इस दोहरे शतक की पारी में उन्होंने 26 चौके और 2 छक्के लगाए थे। ऑस्ट्रेलिया ने पारी और 80 रन से वो मुकाबला जीता था।
जानकारी
बतौर नाइट-वॉचमैन बल्लेबाजी के लिए उतरे थे गिलेस्पी
ऑस्ट्रेलिया ने जब अपनी पारी में 67 रन के स्कोर पर अपना पहला विकेट खोया था, तब गिलेस्पी बतौर नाइट-वॉचमैन बल्लेबाजी के लिए क्रीज पर उतरे थे। वह बतौर नाइट-वॉचमैन टेस्ट में दोहरा शतक लगाने वाले इकलौते खिलाड़ी हैं।
#3
इन खिलाड़ियों ने आखिरी पारी में 150+ रन बनाए
इंग्लैंड के मौरिस लेलैंड, भारत के विजय मर्चेंट और बांग्लादेश के महमूदुल्लाह अपनी आखिरी पारी में 150+ रन बना चुके हैं। लेलैंड ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 438 गेंदों में 187 रन की पारी खेली थी। भारत के मर्चेंट ने 1951 में 1951 में इंग्लैंड के खिलाफ 154 रन बनाए थे। दिल्ली में खेला गया वो मैच ड्रॉ रहा था। बांग्लादेश के महमूदुल्लाह ने अपनी आखिरी पारी 2021 में जिम्बाब्वे के खिलाफ नाबाद 150 रन बनाए थे।