
टेस्ट क्रिकेट: इंग्लैंड की धरती पर सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन करने वाले भारतीय गेंदबाज
क्या है खबर?
भारतीय क्रिकेट टीम और इंग्लैंड क्रिकेट टीम के बीच 5 टेस्ट मैचों की सीरीज का आगाज 20 जून से हेडिंग्ले में होगा। इसमें सभी की निगाहें कप्तान शुभमन गिल पर होगी। इंग्लैंड की परिस्थितियां सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों की परीक्षा लेने के लिए जानी जाती हैं। वहां की पिचें तेज गेंदबाजों को मदद करती हैं। भारतीय गेंदबाजों ने भी कई बार इन परिस्थितियों का लाभ उठाया है। आइए इंग्लैंड में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन करने वाले भारतीय गेंदबाजों के बारे में जातने हैं।
#1
इशांत शर्मा- 7/74 लॉर्ड्स, 2014
इंग्लैंड में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन करने वालों की सूची में भारतीय तेज गेंदबाज इशांत शर्मा पहले पायदान पर हैं। उन्होंने 2014 में इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स टेस्ट की दूसरी पारी में अपना सर्वश्रेष्ठ 7/74 का प्रदर्शन कर भारत को 95 रन से जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। यह भारत की लॉर्ड्स मैदान पर 28 सालों बाद पहली टेस्ट जीत थी। उस पारी में इशांत ने 23 ओवर में 6 मेडन फेंकते हुए केवल 47 रन खर्च किए थे।
#2
अमर सिंह- 6/35 लॉर्ड्स, 1936
सूची में पूर्व भारतीय गेंदबाज दिवंगत अमर सिंह दूसरे नंबर पर है। उन्होंने 1936 में लॉर्ड्स टेस्ट में भारत के 147 रन पर आउट होने के बाद इंग्लैंड की पहली पारी में घातक गेंदबाजी करते हुए 6/35 के आंकड़े दर्ज किए थे। इससे इंग्लिश टीम 134 रन पर ढेर हो गई। हालांकि, भारतीय टीम इसका फायदा नहीं उठा सकी और दूसरी पारी में 93 रन पर आउट हो गई। इससे इंग्लैंड ने 9 विकेट से जीत दर्ज कर ली।
#3
भागवत चन्द्रशेखर- 6/38 द ओवल, 1971
इस सूची में पूर्व स्पिन गेंदबाज भागवत चंद्रशेखर तीसरे पायदान पर हैं। उन्होंने 1971 में द ओवल में इंग्लैंड की दूसरी पारी में 6/38 के आंकड़े दर्ज किए थे। इससे भारत को इंग्लैंड में पहली टेस्ट जीत मिली थी। चंद्रशेखर ने 18.1 ओवर के स्पैल में 3 मेडन फेंकते हुए केवल 38 रन खर्च किए थे। उनकी गेंदबाजी से इंग्लिश टीम 101 रन पर सिमट गई थी, जो 1936 के बाद से भारत के खिलाफ उसका सबसे कम स्कोर था।
#4
चेतन शर्मा- 6/58 बर्मिंघम, 1986
इस सूची में पूर्व तेज गेंदबाज चेतन शर्मा चौथे नंबर पर है। उन्होंने 1986 में बर्मिंघम टेस्ट में इंग्लैंड की दूसरी पारी में घातक गेंदबाजी करते हुए 6/58 के आंकड़े दर्ज किए थे। उन्होंने 24 ओवर में स्पैल में 58 रन खर्चे थे। इससे भारतीय टीम मैच ड्रॉ कराने में सफल रही थी। इंग्लैंड के पहली पारी के 390 रन के जवाब में भारत ने भी 390 रन बना दिए। इंग्लैंड टीम दूसरी पारी में 235 रन बना सकी थी।