टेस्ट क्रिकेट में एक मैदान पर इन गेंदबाजों ने लिए हैं सर्वाधिक विकेट
क्या है खबर?
क्रिकेट में टेस्ट क्रिकेट काफी मुश्किल प्रारूप है। इसमें गेंदबाज हो या बल्लेबाज सभी की अग्नि-परीक्षा होती है। इस प्रारूप में सबसे ज्यादा विकेट मुथैया मुरलीधरन के नाम है। उन्होंने 133 मैच में 800 विकेट झटके हैं।
दूसरे स्थान पर ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज शेन वॉर्न (708 विकेट) हैं।
हर गेंदबाज को कोई ना कोई मैदान पसंदीदा होता है, जहां वह ढेर सारे विकेट अपने नाम करता है। ऐसे ही शीर्ष गेंदबाजों के बारे में आइए जानते हैं।
#1
मुथैया मुरलीधरन
इस सूची में पहले स्थान पर मुरलीधरन हैं। उन्होंने कोलंबो के सिंहली स्पोर्ट्स क्लब में सबसे ज्यादा विकेट झटके थे।
इस खिलाड़ी ने यहां 24 टेस्ट मैच खेले थे। इस दौरान 20.69 की औसत से 166 विकेट अपने नाम किए थे। उन्होंने यहां 9 बार 4 विकेट हॉल और 14 बार 5 विकेट हॉल लिए थे।
उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 8/87 का रहा था। उन्होंने यहां अपना पहला मुकाबला साल 1992 में और आखिरी मुकाबला 2009 में खेला था।
#2
जेम्स एंडरसन
इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन इस मामले में दूसरे स्थान पर हैं। उन्होंने लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर 29 टेस्ट खेले थे।
इस दौरान 24.81 की औसत से 123 विकेट लेने में सफल रहे और उनकी औसत 24.81 की थी। उन्होने 6 बार 4 विकेट हॉल और 7 बार 5 विकेट हॉल भी अपने नाम किए थे।
साल 2003 में एंडरसन ने लॉर्ड्स में अपना पहला मुकाबला खेला था। आखिरी बार वह 2024 में खेलते हुए नजर आए थे।
#3
मुथैया मुरलीधरन
इस सूची में तीसरे स्थान पर भी मुरलीधरन ही हैं। उन्होंने कैंडी के असगिरिया स्टेडियम में 16 टेस्ट मैच खेले थे और 117 विकेट झटके थे। उनकी औसत 16.02 की रही थी।
इस खिलाड़ी ने 7 बार 4 विकेट हॉल और 11 बार 5 विकेट हॉल लिए थे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 9/51 का रहा था।
इस मैदान पर मुरलीधरन ने अपना पहला मुकाबला साल 1993 में खेला था। आखिरी बार वह यहां 2007 में खेलते हुए नजर आए थे।
#4
स्टुअर्ट ब्रॉड
इंग्लैंड के एक और दिग्गज तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड एक मैदान पर सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में चौथे स्थान पर हैं।
उन्होंने लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर 28 टेस्ट खेले थे। इस दौरान 27.66 की औसत से 113 विकेट झटके थे। उन्होंने 7 बार 4 विकेट हॉल और 3 बार 5 विकेट हॉल अपने नाम किए थे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 7/44 का रहा था।
उन्होंने यहां पहला मुकाबला साल 2008 में और आखिरी बार 2023 में खेला था।