टेस्ट क्रिकेट: लगातार 4 या उससे अधिक पारियों में शतक लगा चुके हैं ये बल्लेबाज
क्या है खबर?
क्रिकेट के खेल में निरंतरता का अलग महत्व होता है। यदि कोई खिलाड़ी निरंतर बेहतर प्रदर्शन करता है, तो निश्चित रूप से उसके आंकड़े प्रभावशाली होते हैं।
क्रिकेट के इतिहास में भी कुछ बल्लेबाज लगातार उम्दा प्रदर्शन करने के लिए विश्वविख्यात रहे हैं।
टेस्ट क्रिकेट में अब तक चुनिंदा बल्लेबाजों ने लगातार 4 या उससे अधिक पारियों में शतक लगाने का कारनामा किया है, आइए उनके बारे में जानते हैं।
#1
एवर्टन वीक्स (5 शतक)
वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के एवर्टन वीक्स लगातार 5 पारियों में शतक लगाने का कारनामा कर चुके हैं। उन्होंने 1948 में इंग्लैंड की दूसरी पारी में 141 रन बनाए थे।
इसके बाद उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम के विरुद्ध क्रमशः 128, 194, 162 और 101 रन के स्कोर किए थे।
इस पूर्व दिग्गज बल्लेबाज ने अपने टेस्ट करियर का अंत 58.61 की औसत के साथ 4,455 रन बनाकर किया था। उन्होंने अपने करियर में 15 शतक और 19 अर्धशतक लगाए थे।
#2
जैक फिंगलटन (4 शतक)
ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के जैक फिंगलटन ने 1936 में केप टाउन टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 112 रन की पारी खेली थी।
इस शतक के ठीक बाद उन्होंने प्रोटियाज टीम के विरुद्ध जोहांसबर्ग में 108 रन और डरबन में 118 रन बनाए थे। इसके बाद उन्होंने इंग्लैंड के विरुद्ध 100 रन (ब्रिस्बेन टेस्ट) बनाए थे।
फिंगलटन ने 18 टेस्ट में 42.46 की औसत के साथ 1,189 रन बनाए थे। उन्होंने 5 शतक और 3 अर्धशतक भी लगाए थे।
#3
एलन मेलविल (4 शतक)
दक्षिण अफ्रीका के एलन मेलविल ने 1939 में इंग्लैंड क्रिकेट टीम के विरुद्ध 103 रन की पारी खेली थी।
इसके बाद इंग्लिश टीम के ही खिलाफ नॉटिंघम (189 और 104* रन) और लॉर्ड्स टेस्ट में शतक (117) बनाए थे।
दिलचस्प रूप से मेलविल का अंतरराष्ट्रीय करियर बेहद छोटा रहा था।
उन्होंने 11 टेस्ट की 19 पारियों में 52.58 की औसत के साथ 894 रन बनाए थे। इस बीच उन्होंने 4 शतक और 3 अर्धशतक लगाए थे।
#4
राहुल द्रविड़ (4 शतक)
भारत के पूर्व दिग्गज राहुल द्रविड़ भी लगातार 4 टेस्ट पारियों में शतक लगा चुके हैं। उन्होंने 2002 में नॉटिंघम में इंग्लैंड के खिलाफ 115 रन बनाए थे।
इसके बाद इंग्लिश टीम के ही विरुद्ध उन्होंने 148 और 217 रन बनाए थे।
अपना शानदार फॉर्म जारी रखते हुए उन्होंने वेस्टइंडीज के विरुद्ध वानखेड़े टेस्ट में 100* रन बनाए थे।
उन्होंने अपने बेमिसाल टेस्ट करियर का अंत 13,288 रन बनाने के बाद किया था।