टेस्ट क्रिकेट: इन मैचों में टीम के 11 खिलाड़ियों ने गेंदबाजी की
टेस्ट क्रिकेट में आम तौर पर कोई भी टीम गेंदबाजी में अधिकतम 6-7 विकल्प अपने पास रखती है। टेस्ट में किसी एक दिन में अमूमन 90 ओवर तक फेंके जाते हैं, ऐसे में टीमें अपने गेंदबाजों का उपयोग सोच-समझकर करती है। खेल के इतिहास में कुछ ऐसे मैच भी हुए हैं, जिसमें सभी 11 खिलाड़ियों ने गेंदबाजी में हाथ आजमाया है। आइए उन टेस्ट मैचों के बारे में जानते हैं।
इंग्लैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया, 1884
टेस्ट क्रिकेट में इंग्लैंड क्रिकेट टीम ने पहली बार एक पारी में सभी 11 खिलाड़ियों से गेंदबाजी कराई थी। 1884 में ओवल में खेले गए टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 551 रन बनाए थे। इंग्लिश टीम से अल्फ्रेड लिटलटन ने सर्वाधिक 4 विकेट लिए थे। दिलचस्प रूप से वह मैच में विकेटकीपिंग भी कर रहे थे। जवाब में इंग्लैंड ने अपनी दोनों पारियों में क्रमशः 346 और 85/2 के स्कोर किए और मैच ड्रॉ रहा था।
ऑस्ट्रेलिया बनाम पाकिस्तान, 1980
ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम ने 1980 में पाकिस्तान क्रिकेट टीम के खिलाफ पहली पारी में 617 रन का बड़ा स्कोर बनाया था। जवाब में फैसलाबाद टेस्ट में जब मेजबान टीम बल्लेबाजी कर रही थी, तब ऑस्ट्रेलिया ने 11 गेंदबाजों का इस्तेमाल किया था। ऑस्ट्रेलिया के विकेटकीपर रॉड मार्श ने 10 ओवर गेंदबाजी की थी। पाकिस्तान ने अपनी पहली पारी में 382/2 का स्कोर बनाया और मैच आखिर में ड्रॉ पर समाप्त हुआ था।
भारत बनाम वेस्टइंडीज, 2002
भारतीय क्रिकेट टीम ने 2002 में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपनी पहली पारी 513/9 के स्कोर पर घोषित की थी। सेंट जोंस में खेले गए मैच में भारत से वीवीएस लक्ष्मण (130) और अजय रात्रा (115*) ने शतक लगाए थे। इसके बाद कैरेबियाई पारी के दौरान भारत के सभी खिलाड़ियों ने गेंदबाजी में हाथ आजमाया था। विकेटकीपर रात्रा ने भी एक ओवर गेंदबाजी की थी। मुकाबले में वेस्टइंडीज ने अपनी पारी 629/9 पर घोषित की और मैच ड्रॉ रहा था।
दक्षिण अफ्रीका बनाम वेस्टइंडीज, 2005
साल 2005 में सेंट जोंस टेस्ट में वेस्टइंडीज के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका ने अपनी पहली पारी 588/6 के स्कोर पर घोषित की थी। जवाब में वेस्टइंडीज की पारी के दौरान प्रोटियाज टीम के सभी 11 खिलाड़ियों ने गेंदबाजी की थी। टीम के विकेटकीपर मार्क बाउचर ने अपने टेस्ट करियर का इकलौता विकेट भी हासिल किया था। वेस्टइंडीज ने उस मैच में क्रिस गेल के तिहरे शतक (317) की बदौलत 747 रन बनाए और मैच ड्रॉ रहा था।