WPL का टाइटल स्पॉन्सर बना टाटा, जय शाह ने की पुष्टि
क्या है खबर?
टाटा समूह ने विमेंस प्रीमियर लीग (WPL) के टाइटल अधिकार हासिल कर लिए हैं। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के सचिव जय शाह ने बीते मंगलवार (21 फरवरी) को इस बात पर मुहर लगाई है।
इसका मतलब है कि महिलाओं की लीग अब 'टाटा WPL' के नाम से जानी जाएगी। बता दें, WPL का पहला संस्करण 4 मार्च 2023 से शुरू होना है।
आइए इस खबर पर एक नजर डालते हैं।
ट्वीट
जय शाह ने ट्वीट करके की घोषणा
BCCI सचिव जय शाह ने इस बारे में ट्वीट किया, 'मुझे यह घोषणा करते हुए बेहद खुशी हो रही है कि टाटा समूह पहले WPL का टाइटल प्रायोजक होगा। हमें पूरा भरोसा है कि हम उनके समर्थन से महिला क्रिकेट को अगले स्तर तक ले जा सकते हैं।'
क्रिकबज्ज की रिपोर्ट के मुताबिक, टाटा समूह ने अगले 5 सालों के लिए WPL के टाइटल अधिकार अपने नाम कर लिए हैं।
खास जानकारी
IPL का टाइटल अधिकार भी हैं टाटा के पास
टाटा समूह ने कितने मूल्य में WPL के टाइटल अधिकार प्राप्त किए हैं, इसकी पुष्टि होना अभी बाकी है।
बता दें, इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के टाइटल अधिकार भी टाटा समूह के ही पास हैं। वीवो के समझौते से हटने के बाद टाटा ने IPL के अधिकार हासिल कर लिए थे।
पिछले कुछ समय से महिला क्रिकेट की लोकप्रियता में इजाफा हुआ है। ऐसे में उम्मीद की जा सकती है कि WPL महिला क्रिकेट के लिए अहम पड़ाव साबित होगा।
कार्यक्रम
26 मार्च को होगा फाइनल मुकाबला
WPL की शुरुआत 4 मार्च को डीवाई पाटिल स्टेडियम में गुजरात जायंट्स और मुंबई इंडियंस के बीच मुकाबले के साथ होगी।
5 मार्च 2023 को, WPL का पहला डबल-हेडर खेला जाएगा। लीग चरण का अंतिम मैच यूपी वारियर्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच 21 मार्च को ब्रेबोर्न स्टेडियम में खेला जाएगा।
एलिमिनेटर 24 मार्च को डीवाई पाटिल स्टेडियम में और फाइनल मुकाबला 26 मार्च को ब्रेबोर्न स्टेडियम में खेला जाएगा।
मालिकाना हक
इन समूहों के पास है WPL की पांच टीमों का मालिकाना हक
अडाणी समूह ने अहमदाबाद फ्रेंचाइजी को सबसे महंगे दाम 1,289 करोड़ रुपये में खरीदा था।
मुंबई टीम को मुंबई इंडियंस (MI) के मालिकों ने 912.99 करोड़ रुपये में खरीदा था।
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के मालिकों ने बेंगलुरु टीम को 901 करोड़ रुपये में खरीदा था।
दिल्ली की टीम को दिल्ली कैपिटल्स (DC) के मालिकों ने 810 करोड़ रुपये में खरीदा था।
कैप्री ग्लोबल ने लखनऊ स्थित टीम को 757 करोड़ रुपये में खरीदा था।