
टी-20 अंतरराष्ट्रीय: एक पारी में चौकों-छक्कों की मदद से सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज
क्या है खबर?
टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में चौकों और छक्कों से रन बनाने का रोमांच ही अलग होता है। जब कोई बल्लेबाज अपनी पारी में केवल गेंद को सीमा रेखा के बाहर भेजता है तो वह मैच का पूरा रुख ही बदल देता है। कई बल्लेबाज ऐसे रहे हैं जिन्होंने मात्र चौकों-छक्कों की मदद से ढेरों रन जुटाए हैं। आइए टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की 1 पारी में चौकों छक्कों की मदद से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों पर नजर डालते हैं।
#1
हजरतुल्लाह जजई (140 रन)
इस सूची में पहले स्थान पर अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के बल्लेबाज हजरतुल्लाह जजई हैं। उन्होंने साल 2019 में आयरलैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ 62 गेंदों में 162 रन की पारी खेली थी। इस दौरान उन्होंने चौकों और छक्कों की मदद से 140 रन बना दिए थे। उनके बल्ले से 11 चौके और 16 छक्के निकले थे। उनकी स्ट्राइक रेट 261.29 की रही थी। ये मुकाबला देहरादून में खेला गया था और अफगानिस्तान को 84 रन से जीत मिली थी।
#2
साहिल चौहान (132 रन)
दूसरे स्थान पर एस्टोनिया क्रिकेट टीम के बल्लेबाज साहिल चौहान हैं। उन्होंने साइप्रस क्रिकेट टीम के खिलाफ साल 2024 में 144 रन की पारी खेली थी। इस दौरान उनके बल्ले से 132 रन चौकों और छक्कों से निकले थे। उन्होंने 6 चौके और 18 छक्के लगाए थे। उनकी स्ट्राइक रेट उस मुकाबले में 351.21 की रही थी। साहिल की टीम 192 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी थी और 13 ओवर में 4 विकेट खोकर मुकाबला जीत लिया था।
#3
आरोन फिंच (128 रन)
तीसरे स्थान पर ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज आरोन फिंच हैं। उन्होंने साल 2013 में इंग्लैंड के खिलाफ 156 रन की धमाकेदार पारी खेली थी। फिंच ने 63 गेंदों का सामना करते हुए ये रन बनाए थे। इस पारी के दौरान उन्होंने 128 रन चौकों और छक्कों की मदद से बनाए थे। उनके बल्ले से 11 चौके और 14 छक्के निकले थे। उनकी स्ट्राइक रेट 247.61 की थी। मैच में कंगारू टीम को 39 रन से जीत मिली थी।
#4
आरोन फिंच (124 रन)
चौथे स्थान पर भी फिंच ही हैं। उन्होंने साल 2018 में जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम के खिलाफ हरारे में 172 रन की बेजोड़ पारी खेली थी। इस दौरान उन्होंने 76 गेंदों का सामना किया था। फिंच ने अपनी इस पारी में 124 रन चौकों और छक्कों की मदद से बनाए थे। उनके बल्ले से 16 चौके और 10 छक्के निकले थे। उनकी स्ट्राइक रेट 226.31 की रही थी। उस मैच को ऑस्ट्रेलिया ने 100 रन से अपने नाम किया था।