IPL के बाद हो सकता है सैयद मुश्ताक अली और रणजी ट्रॉफी का आयोजन- रिपोर्ट
क्या है खबर?
इस साल कोरोना वायरस के कारण भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने घरेलू टूर्नामेंट्स में कटौती की है।
इस साल केवल रणजी ट्रॉफी के आयोजन की तैयारियां हैं और साथ ही सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी को भी आयोजित किया जाना है।
19 सितंबर से 10 नवंबर तक इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का आयोजन होना है और ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक इसके बाद ही रणजी ट्रॉफी और मुश्ताक अली का आयोजन होगा।
टूर्नामेंट्स की शुरुआत
नवंबर में मुश्ताक अली और दिसंबर में हो सकती है रणजी ट्रॉफी
नेशनल क्रिकेट अकादमी (NCA) प्रमुख राहुल द्रविड़ और हेमंग अमीन द्वारा बनाए गए प्लान के मुताबिक सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी का आयोजन 19 नवंबर से सात दिसंबर तक हो सकता है।
इसके अलावा रणजी ट्रॉफी की शुरुआत 13 दिसंबर से हो सकती है।
इसका मतलब है कि अगले साल के IPL के लिए होने वाली नीलामी से पहले फ्रेंचाइजियों के पास नए टैलेंट्स देखने का मौका होगा।
जूनियर और महिला क्रिकेट
जूनियर और महिला क्रिकेट में नहीं है कटौती का प्लान
BCCI जूनियर टूर्नामेंट्स में कोई कटौती नहीं करना चाहती है।
अंडर-23 सीके नायडू ट्रॉफी को 15 दिसंबर से नौ मार्च, 2021 और कूच बिहार ट्रॉफी को एक नवंबर से 22 जनवरी, 2021 तक खेला जा सकता है।
इसके अलावा विजय मर्चेंट ट्रॉफी का आयोजन एक नवंबर से सात जनवरी, 2021 तक किया जा सकता है।
महिला क्रिकेट के घरेलू कैलेंडर में कोई बदलाव नहीं आएगा और वनडे तथा टी-20 लीग के अलावा अंडर-23 और अंडर-19 टूर्नामेंट्स का आयोजन किया जाएगा।
महिला क्रिकेट
महिलाओं की घरेलू क्रिकेट का यह हो सकता है शेड्यूल
महिलाओं की वनडे लीग को अगले साल 17 मार्च से 12 अप्रैल तक और टी-20 लीग को एक नवंबर से 20 नवंबर तक खेला जा सकता है।
अंडर-23 वनडे लीग को 30 नवंबर से 23 दिसंबर और अंडर-23 टी-20 लीग को अगले साल 27 जनवरी से 15 फरवरी तक आयोजित किया जा सकता है।
अंडर-19 में वनडे लीग 29 दिसंबर से 21 जनवरी और टी-20 ट्रॉफी अगले साल 21 फरवरी से 11 मार्च तक खेला जा सकता है।
BCCI की गाइडलाइन
घरेलू क्रिकेट की वापसी के लिए BCCI ने जारी कर दी गाइडलाइन
पिछले हफ्ते जारी की गई 100 पेज की अपनी गाइडलाइन में BCCI ने स्टेट एसोसिएशन के लोगों को चीफ मेडिकल ऑफिसर की नियुक्ति करने को कहा था।
जिस प्रकार बायो-सेक्योर वातावरण में इंटरनेशनल क्रिकेट की वापसी हुई है उसी प्रकार घरेलू क्रिकेट की वापसी कराने का विचार BCCI बना रही है।
60 वर्ष से अधिक उम्र का व्यक्ति कैंप या फिर मैचों में हिस्सा नहीं ले सकता है।