वेस्टइंडीज के खिलाफ हार पर सुनील गावस्कर बोले- बच्चे बच्चों के खिलाफ ही खेलते अच्छे लगते
वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के खिलाफ टेस्ट और वनडे सीरीज जीतने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम को टी-20 सीरीज में 2-3 से हार मिली। सीरीज के पहले 2 मुकाबले हारने के बाद भारत ने वापसी करते हुए 2-2 की बराबरी की ली, लेकिन 5वें मैच में उसे हार मिली। यशस्वी जयसवाल, शुभमन गिल, ईशान किशन, मुकेश कुमार जैसे सितारों को टीम में लाया गया। कुछ ने व्यक्तिगत स्तर पर अच्छा प्रदर्शन भी किया, लेकिन टीम का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा।
देश के लिए खेलने पर होता है दबाव- गावस्कर
सुनील गावस्कर ने स्पोर्ट स्टार में लिखा, "एक खिलाड़ी फ्रेंचाइजी स्तर पर अच्छा प्रदर्शन कर सकता है, लेकिन जब देश के लिए खेलने की बात आती है तो उस पर दबाव होता है। यह एक कदम आगे है, जो कि फ्रेंचाइजी स्तर पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वालों के लिए भी बहुत कठिन हो सकता है। हमने ऐसा कितनी बार देखा है जब अंडर-19 खिलाड़ी लड़कों के टूर्नामेंट से पुरुषों की प्रतियोगिता तक एक कदम भी आगे नहीं बढ़ पाते हैं?"
सीनियर स्तर पर मुश्किल होती हैं चीजें- गावस्कर
उन्होंने लिखा, "बच्चे बच्चों के खिलाफ खेलते हुए बहुत अच्छे लगते हैं, लेकिन जब वे पुरुषों के खिलाफ खेलते हैं, तो उन्हें अचानक पता चलता है कि जो चीज अंडर-19 स्तर पर आसान दिखती है, वह सीनियर स्तर पर कठिन हैं। यही कारण है कि जो खिलाड़ी तो अंडर-19 स्तर पर अच्छे दिखते थे, सीनियर स्तर पर कमजोर मिले। यह सिर्फ स्वभाव नहीं है, कौशल सेट का भी मामला है। यह फ्रेंचाइजी स्तर पर आवश्यक मानक से भी नीचे है।"