टेस्ट चैंपियनशिप की अंक प्रणाली पर स्टुअर्ट ब्रॉड ने उठाए सवाल, सुधार की जताई उम्मीद
पहली बार खेली जा रही वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) अपने अंतिम पड़ाव पर है और इसका खिताबी मुकाबला 18 जून से भारत और न्यूजीलैंड के बीच साउथहैम्पटन में खेला जाएगा। इस बीच इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने WTC की अंक प्रणाली पर सवाल उठाए हैं। इसके अलावा ब्रॉड का मानना है कि WTC के नियमों में सुधार की जरुरत है। जानते हैं उन्होंने क्या कहा है।
टेस्ट चैंपियनशिप के नियमों में काम की जरूरत- ब्रॉड
WTC को लेकर ब्रॉड ने कहा, "वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप एक बेहतरीन टूर्नामेंट है। पहली बार इसका आयोजन हो रहा है लेकिन इसकी अंक प्रणाली सही नहीं है। मैं ये नहीं समझ पा रहा हूं कि पांच मैचों की एशेज सीरीज, भारत और बांग्लादेश के बीच दो मैचों के टेस्ट सीरीज के बराबर कैसे हो सकती है। WTC का विचार तो सही है लेकिन इस पर अभी काम करने की जरूरत है।"
चौथे स्थान पर रहा इंग्लैंड
ब्रॉड ने आगे कहा, "हमारे पास फाइनल में जाने का मौका था लेकिन इंग्लैंड की टीम ने जितने मुकाबले खेले हैं, उसे देखते हुए वर्तमान सिस्टम में हमारा फाइनल में जगह बनाना मुश्किल था।" बता दें WTC के अंतर्गत इंग्लैंड ने सबसे ज्यादा 21 मैच खेले। दूसरी तरफ अब तक भारतीय टीम ने 17 मैचों में हिस्सा लिया। भारत से टेस्ट सीरीज गंवाने के बाद इंग्लैंड WTC की अंक तालिका में चौथे स्थान पर आ गया था।
ऐसी है टेस्ट चैंपियनशिप की अंको का गणित
WTC में मैचों के परिणाम के हिसाब से अंक दिए जा रहे थे। पांच मैचों की सीरीज में प्रति मैच 20 प्रतिशत अंक तो वहीं दो मैचों की सीरीज में प्रति मैच 50 प्रतिशत अंक दिए गए।
शीर्ष पर रहते हुए फाइनल में पंहुचा था भारत
WTC के अंतर्गत भारत ने छह टेस्ट सीरीज खेली थी। उन्होंने 520 अंक हासिल किए और 72.2 प्रतिशत अंको के साथ फाइनल में प्रवेश किया। भारतीय टीम ने टेस्ट चैंपियनशिप में खेले 17 में से 12 टेस्ट जीते और चार गंवाए थे। टेस्ट चैंपियनशिप में भारत ने एक मैच ड्रॉ भी खेला है। दूसरी तरफ न्यूजीलैंड ने 420 अंक हासिल किए और 70 प्रतिशत अंकों के साथ फाइनल का टिकट हासिल किया था।