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2019 विश्वकप फाइनल: किताब में दावा- सुपर ओवर से पहले स्टोक्स ने लिया था सिगरेट ब्रेक

2019 विश्वकप फाइनल: किताब में दावा- सुपर ओवर से पहले स्टोक्स ने लिया था सिगरेट ब्रेक

लेखन Neeraj Pandey
Jul 14, 2020
05:19 pm

क्या है खबर?

आज ही के दिन बीते साल खेला गया 2019 विश्वकप फाइनल काफी ज़्यादा रोमांचक रहा था। बेन स्टोक्स ने नाबाद 84 रन बनाते हुए इंग्लैंड के लिए मैच टाई कराया था और फिर सुपर ओवर मेंभी उनका प्रदर्शन शानदार रहा था। हालांकि, सुपर ओवर से पहले स्टोक्स काफी ज़्यादा टेंशन में थे और उन्होंने इसे दूर करने के लिए सिगरेट ब्रेक लिया था। एक किताब ने स्टोक्स द्वारा झेले गए प्रेशर को छापा है।

खुलासा

किताब के छपे अंश में हुआ खुलासा

'Morgan's Men: The Inside Story of England's Rise from Cricket World Cup Humiliation to Glory' नामक किताब ने उस दिन स्टोक्स द्वारा झेले गए प्रेशर को दर्शाया है। stuff.co.nz ने किताब के हवाले से लिखा, 'सुपर ओवर की तरफ बढ़ रहे उत्साह के साथ 27,000 दर्शकों और खिलाड़ियों का हर जगह पीछा कर रहे कैमरे के बीच एक शांत स्थान को खोजना काफी कठिन था।'

सिगरेट

शॉवर में जाकर स्टोक्स ने जलाई सिगरेट

किताब में आगे लिखा गया कि स्टोक्स को लॉर्ड्स का कोना-कोना पता है। इयोन मोर्गन रणनीति बना रहे थे और इसी बाच स्टोक्स धीरे से निकल गए। आगे लिखा गया, 'वह धूल और पसीने में भीगे थे। उन्होंने दो घंटे और 27 मिनट तक भारी टेंशन के बीच बल्लेबाजी की। वह इंग्लैंड ड्रेसिंग रूम के पीछे शॉवर में गए। वहां उन्होंने एक सिगरेट जलाई और कुछ समय बिताया।'

स्टोक्स का प्रदर्शन

स्टोक्स ने जूझारू पारी खेलते हुए टाई कराया था मैच

86 के स्कोर पर चार विकेट गंवा चुकी इंग्लैंड के लिए स्टोक्स ने जोस बटलर (59) के सात पांचवें विकेट के लिए 110 रनों की रिकॉर्ड साझेदारी की। आखिरी ओवर में इंग्लैंड को मैच जीतने के लिए 15 रनों की जरूरत थी और पहली दो गेंदों पर कोई रन नहीं बनने के बावजूद स्टोक्स ने 14 रन बना डाले और मैच टाई करा दिया। स्टोक्स ने 98 गेंदों में पांच चौकों और दो छक्कों की बदौलत 84* रन बनाए थे।

विश्वकप

इस तरह इंग्लैंड ने पहली बार जीता था विश्वकप

न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 241 रन बनाए थे और इंग्लैंड भी 241 रन ही बना सकी थी। सुपर ओवर में इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 15 रन बनाए जिसके जवाब में न्यूजीलैंड भी 15 रन ही बना सकी। सुपर ओवर भी टाई रहने के बाद इंग्लैंड को ज़्यादा बाउंड्री लगाने के कारण विजेता घोषित किया गया। इसके साथ ही इंग्लैंड पहली बार विश्व विजेता बनने में सफल रहा।