श्रीलंका बनाम भारत: तीसरे वनडे में 225 रनों पर सिमटी भारतीय टीम
कोलम्बो में खेले गए तीसरे वनडे में भारतीय टीम ने खराब प्रदर्शन किया है। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम सिर्फ 225 रनों पर ही सिमट गई। भारत की ओर से पृथ्वी शॉ ने सर्वाधिक 49 रन बनाए। उनके अलावा अपने वनडे डेब्यू करने वाले संजू सैमसन ने 46 रनों की पारी खेली। दूसरी तरफ अकीला धनंजया और प्रवीण जयविक्रमा ने सर्वाधिक तीन-तीन विकेट लिए। बता दें बारिश के खलल के कारण मैच 47-47 ओवर्स का होना है।
धवन के विकेट के बाद पृथ्वी-सैमसन ने की शानदार साझेदारी
पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय कप्तान शिखर धवन 13 रन बनाकर पहले विकेट के रूप में आउट हो गए। अगले बल्लेबाज संजू सैमसन ने मोर्चा संभाला और दूसरे छोर से पृथ्वी ने अपने चिर-परिचित अंदाज से बल्लेबाजी करना जारी रखा। दोनों ने मिलकर दूसरे विकेट के लिए 74 रन जोड़े और टीम का स्कोर 100 के पार पहुंचाया। पृथ्वी 102 के टीम स्कोर पर 49 रन बनाकर आउट हुए। वहीं सैमसन 46 रन बनाकर 118 के स्कोर पर आउट हुए।
मध्यक्रम ने किया निराश
भारतीय टीम के मध्यक्रम ने खराब प्रदर्शन किया और यही कारण रहा कि अच्छी शुरुआत के बावजूद टीम सम्मानजनक स्कोर नहीं बना सकी। अनुभवी मनीष पांडे रन बनाने के लिए संघर्ष करते हुए नजर आए। उन्होंने 19 गेंदों में सिर्फ 11 रन बनाए। वहीं हार्दिक पांड्या ने 19 जबकि अपना डेब्यू करने वाले नितीश राणा ने सात रन बनाए। सूर्यकुमार यादव ने उम्दा बल्लेबाजी की और 40 रनों का योगदान दिया।
श्रीलंका के स्पिन गेंदबाजों ने कराई वापसी
श्रीलंकाई स्पिन गेंदबाजों ने बीच के ओवर्स में उम्दा गेंदबाजी करके टीम को वापसी करवाई। अकीला धनंजया ने 10 ओवर्स में 44 रन दिए और इस बीच सूर्यकुमार यादव, कृष्णप्पा गौतम और नितीश राणा के विकेट लिए। दूसरी तरफ बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज प्रवीण जयविक्रमा ने संजू सैमसन, हार्दिक पांड्या और मनीष पांडे के विकेट लिए। उन्होंने अपने 10 ओवर्स के कोटे में 59 रन दिए।
दूसरी बार पांच भारतीय खिलाड़ियों ने एक साथ किया वनडे में पर्दापण
भारत से संजू सैमसन, नीतीश राणा, चेतन सकारिया, गौतम और राहुल चाहर के रूप में पांच खिलाड़ियों ने वनडे में पर्दापण किया। यह सिर्फ दूसरा मौका (सबसे पहले वनडे को छोड़कर) है, जब भारतीय टीम से पांच खिलाड़ियों ने एक साथ वनडे में पर्दापण किया हो। 1980 में मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुए मुकाबले में भारत की ओर से दिलीप दोशी, कीर्ति आजाद, रोजर बिन्नी, संदीप पाटिल और तिरुमलाई श्रीनिवासन ने पदार्पण किया था।