श्रीलंका के इस क्रिकेट खिलाड़ी पर लगे मैच फिक्सिंग के आरोप, ICC ने मांगा जवाब
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने श्रीलंका क्रिकेट टीम के स्पिनर प्रवीण जयविक्रमा पर भ्रष्टाचार निरोधक संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया है। ICC ने उन पर मैच फिक्सिंग से जुड़ी पेशकश की रिपोर्ट नहीं करने पर ये आरोप लगया है। क्रिकेट की वैश्विक संस्था के मुताबिक, उन्होंने 3 अलग-अलग सहिंताओ का उल्लंघन किया है और उनसे इस संदर्भ में 14 दिन में जवाब भी मांगा गया है। आइए इस खबर पर एक नजर डालते हैं।
इन अनुच्छेद उल्लंघन का लगा है आरोप
25 वर्षीय जयविक्रमा ने ICC को कथित तौर पर फिक्सिंग से जुड़ी 2 घटनाओ की जानकारी नहीं दी। एक घटना अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से जुड़ी थी, जबकि दूसरी घटना लंका प्रीमियर लीग (LPL) की थी। इसके साथ-साथ जयविक्रमा ने कुछ मैसेज को डिलीट किया है और उन पर जांच में बाधा डालने का भी आरोप लगा है। ऐसे में ICC ने उन पर अनुच्छेद 2.4.4 और 2.4.7 के उल्लंघन के आरोप लगाए हैं।
जयविक्रमा ने लंका प्रीमियर लीग 2021 के दौरान नहीं की रिपोर्ट
2021 के लंका प्रीमियर लीग में किसी व्यक्ति ने जयविक्रमा से किसी अन्य खिलाड़ी से संपर्क करने के लिए कहा था। श्रीलंकाई गेंदबाज ने भ्रष्टाचार निरोधक इकाई को इसकी जानकारी नहीं दी थी। ऐसे में उन्होंने भ्रष्टाचार निरोधक संहिता का उल्लंघन किया है। बता दें कि वह LPL 2021 में जाफना किंग्स की ओर से खेले थे और उनकी टीम ने दूसरा खिताब जीता था।
ऐसा रहा है प्रवीण जयविक्रमा का अंतरराष्ट्रीय करियर
बाएं हाथ के स्पिनर ने श्रीलंका की ओर से 5 टेस्ट खेले, जिसे 25.68 की औसत से 25 विकेट लिए। इस बीच उन्होंने 2 मैचों में 5 विकेट हॉल भी लिए। उन्होंने 2021 में बांग्लादेश की ओर से अपना टेस्ट डेब्यू किया था। उन्होंने 2022 में बांग्लादेश के ही विरुद्ध अपना आखिरी टेस्ट खेला था। वह वनडे प्रारूप में 5 विकेट और टी-20 अंतरराष्ट्रीय में 2 विकेट भी ले चुके हैं।
अपने टेस्ट डेब्यू में ही 10 विकेट हॉल ले चुके थे जयविक्रमा
जयविक्रमा ने अपने डेब्यू टेस्ट में ही 10 विकेट हॉल लेने का कारनामा कर दिखाया था। उन्होंने बांग्लादेश क्रिकेट टीम की पहली पारी के दौरान 92 रन देते हुए 6 विकेट लिए थे। इसके बाद दूसरी पारी में उन्होंने 86 रन देते हुए 5 सफलताएं हासिल की थी। वह श्रीलंका की ओर से टेस्ट डेब्यू में दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन (11/178) वाले गेंदबाज हैं। उनसे आगे इस सूची में सिर्फ प्रभात जयसूर्या (12/177) हैं।