श्रीलंका के पहले टेस्ट कप्तान बंदुला वर्णापुरा का 68 साल की उम्र में निधन
क्या है खबर?
टेस्ट क्रिकेट में श्रीलंका के पहले कप्तान बंदुला वर्णपुरा का 18 अक्टूबर को निधन हो गया है।
एक निजी अस्पताल में बीमारी (मधुमेह) का इलाज कराने के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली।
68 वर्षीय वर्णपुरा ने चार टेस्ट और 12 एकदिवसीय मैचों में श्रीलंका का प्रतिनिधित्व किया है।
वर्णपुरा श्रीलंका के पहले बल्लेबाज थे जिन्होंने पारी का आगाज करते हुए पहली गेंद खेली और अपने देश के लिए पहला टेस्ट रन बनाया।
जानकारी
SLC ने व्यक्त की संवेदना
SLC ने बयान में कहा गया, "श्रीलंका क्रिकेट के पहले टेस्ट कप्तान बंडुला वर्णपुरा के निधन के बारे में जानकर बहुत दुख हुआ है। हम श्रीलंका की क्रिकेट बिरादरी की ओर से इस कठिन समय में उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं।"
कप्तान
श्रीलंका के पहले टेस्ट कप्तान थे वर्णपुरा
कोलंबो (1982) में इंग्लैंड के खिलाफ अपने पहले टेस्ट मैच में बंदुला वर्णपुरा ने श्रीलंका का नेतृत्व किया था।
उन्होंने पहली गेंद का सामना किया और टेस्ट क्रिकेट में श्रीलंका के लिए पहला रन बनाया।
उस मैच में वर्णपुरा ने एक ही टेस्ट में ओपनिंग और पहले ओवर गेंदबाजी करने का रिकॉर्ड बनाया था। उन्होंने यह उपलब्धि दूसरी पारी में हासिल की थी।
करियर
ऐसा रहा वर्णपुरा का प्रोफेशनल करियर
वर्णपुरा ने चार टेस्ट मैचों में 38 के सर्वश्रेष्ठ स्कोर के साथ सिर्फ 12 की औसत से 96 रन बनाए।
उन्होंने वनडे क्रिकेट में 180 रन बनाए, जिसमें एक अर्धशतक भी शामिल था।
दूसरी तरफ गेंदबाजी में वर्णपुरा ने कुल आठ अंतरराष्ट्रीय विकेट लिए।
इसके अतिरिक्त वर्णपुरा ने प्रथम श्रेणी और लिस्ट-A क्रिकेट में क्रमशः 2,280 और 564 रन बनाए।
उन्होंने दोनों प्रारूपों में कुल 32 विकेट लिए।
वर्णपुरा
संन्यास के बाद कोच और मैच रेफरी के रूप में किया काम
1982-83 में वर्णपुरा ने विद्रोही टीम के साथ दक्षिण अफ्रीका टीम का दौरा करने का फैसला किया, जिसके कारण उनपर आजीवन प्रतिबंद्ध लगाया गया था।
खेल से संन्यास लेने के बाद उन्होंने दो टेस्ट, तीन एकदिवसीय और एक प्रथम श्रेणी खेल में मैच रेफरी के रूप में कार्यभार संभाला।
उन्होंने कुछ समय के लिए श्रीलंका के कोच के रूप में भी काम किया और टीम के निदेशक भी बने।