टी-20 विश्व कप, राउंड-1: श्रीलंका ने नीदरलैंड को आठ विकेट से हराया, बने ये रिकॉर्ड्स
क्या है खबर?
टी-20 विश्व कप के राउंड वन के आखिरी मुकाबले में श्रीलंका ने नीदरलैंड को आठ विकेट से हरा दिया है। पहले बल्लेबाजी करने उतरी नीदरलैंड की पूरी टीम श्रीलंका की घातक गेंदबाजी के सामने मात्र 44 रनों के स्कोर पर ढेर हो गई।
जवाब में श्रीलंका ने कुशल परेरा (33*) की बदौलत 7.1 ओवर्स में ही लक्ष्य हासिल कर लिया।
आइए जानते हैं कैसा रहा मुकाबला और क्या बने इसमें रिकॉर्ड्स।
लेखा-जोखा
इस तरह श्रीलंका को मिली जीत
पहले बल्लेबाजी करने उतरी नीदरलैंड को पारी की चौथी ही गेंद पर पहला झटका लग गया था। इसके बाद पूरी टीम 10 ओवर में ही 44 के स्कोर पर सिमट गई। नीदरलैंड का केवल एक बल्लेबाज ही दहाई का आंकड़ा छू सका।
श्रीलंका के लिए लहिरु कुमारा (3/7) और वनिंदु हसरंगा (3/9) ने बेहतरीन गेंदबाजी की। लक्ष्य का पीछा करते हुए श्रीलंका ने भी दो विकेट खोए, लेकिन परेरा (33*) ने उन्हें जीत दिलाई।
शर्मनाक रिकॉर्ड
दूसरी बार टी-20 विश्व कप में 50 से कम के स्कोर पर सिमटी नीदरलैंड
44 रनों पर ढेर होने वाली नीदरलैंड के नाम एक शर्मनाक रिकॉर्ड जुड़ गया है। टूर्नामेंट के इतिहास में केवल दो ही बार कोई टीम 50 से कम रनों के स्कोर पर सिमटी है। दोनों ही बार इस शर्मनाक हालत में पहुंचने वाली नीदरलैंड ही रही।
गौरतलब है कि दोनों ही बार नीदरलैंड की विपक्षी टीम श्रीलंका ही थी। 2014 में श्रीलंका ने नीदरलैंड को टूर्नामेंट के सबसे न्यूनतम 39 के स्कोर पर समेटा था।
टी-20 विश्व कप
तीसरी बार पहले ही राउंड में बाहर हुई नीदरलैंड
नीदरलैंड की टीम लगातार तीसरी बार टी-20 विश्व कप में हिस्सा ले रही थी और इन तीन में दो बार वे पहले ही राउंड में बाहर हुए हैं। उन्होंने कुल मिलाकर चार बार टी-20 विश्व कप में हिस्सा लिया है और तीन बार पहले राउंड में ही बाहर हुए हैं।
2014 टी-20 विश्व कप उनके लिए सबसे अच्छा रहा था जिसमें उन्होंने दूसरे राउंड में अपनी जगह बनाई थी।
राउंड-1
राउंड-1 में तीनों मैच जीतकर अगले राउंड में पहुंची हैं श्रीलंका
श्रीलंका ने राउंड-1 में अपने तीनों मुकाबले जीतते हुए सुपर-12 में जगह बनाई है। उन्होंने आयरलैंड, नामीबिया और नीदरलैंड को हराते हुए अगले राउंड में प्रवेश किया है। सुपर-12 में श्रीलंका ग्रुप A में पहुंचा है जिसे ग्रुप ऑफ डेथ माना जा रहा है।
इस ग्रुप में इंग्लैंड, वेस्टइंडीज, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका जैसी टीमें पहले से मौजूद थीं। अब बांग्लादेश और श्रीलंका ने भी इसमें प्रवेश कर लिया है।