अंतिम टी-20 में भारत को हराकर श्रीलंका ने जीती सीरीज, मैच में बने ये रिकॉर्ड्स

आखिरी टी-20 में भारत को सात विकेट से हराते हुए श्रीलंका ने टी-20 सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली है। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत की बल्लेबाजी बेहद लचर रही और कुलदीप यादव (23*) की बदौलत टीम 81/8 का स्कोर ही बना सकी। जवाब में श्रीलंका ने धनंजय डिसिल्वा (23*) की बदौलत 14.3 ओवर्स में ही मैच अपने नाम कर लिया। आइए जानते हैं कैसा रहा मुकाबला और क्या बने इसमें रिकॉर्ड्स।
पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने पांच के स्कोर पर पहला विकेट गंवाया था। नौ ओवर तक टीम का स्कोर 36/5 हो गया था। कुलदीप (23*) और भुवनेश्वर कुमार (16) की बदौलत टीम 81/8 के स्कोर तक पहुंची। वनिंदु हसरंगा (4/9) सबसे सफल श्रीलंकाई गेंदबाज रहे। कप्तान दसुन शनाका ने भी दो विकेट लिए। जवाब में राहुल चाहर (3/15) की शानदार गेंदबाजी भी भारत को हार से नहीं बचा सकी।
भारत और श्रीलंका के बीच यह आठवीं द्विपक्षीय टी-20 सीरीज थी। यह पहला मौका है जब द्विपक्षीय सीरीज में श्रीलंका ने भारत को मात दी है। अब तक छह सीरीज में भारत ने जीत दर्ज की थी और एक सीरीज ड्रॉ रही थी।
वनिंदु हसरंगा ने शानदार प्रदर्शन जारी रखा और चार ओवर में केवल नौ रन खर्च करते हुए चार विकेट हासिल किए। अपने जन्मदिन पर वह टी-20 अंतरराष्ट्रीय में सबसे बेहतरीन गेंदबाजी करने वाले गेंदबाज बन गए हैं। उन्होंने इमरान ताहिर (4/21) के रिकॉर्ड को तोड़ा है। इसके अलावा हसरंगा टी-20 अंतरराष्ट्रीय में संयुक्त रूप से तीसरे सबसे बेहतरीन गेंदबाजी करने वाले श्रीलंकाई गेंदबाज बने हैं। हसरंगा ने चार पारियों में तीसरी बार संजू सैमसन को आउट किया है।
छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए भुवनेश्वर कुमार ने 36 गेंदों में 16 रन बनाए। वह टी-20 अंतरराष्ट्रीय में बिना कोई बाउंड्री लगाए सबसे अधिक गेंद खेलने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। इससे पहले इरफान पठान ने 2008 में 30 गेंदें खेली थीं।
फुल मेंबर्स के लिए पूरे 20 ओवर की बल्लेबाजी करने के बाद भारत द्वारा बनाया गया स्कोर दूसरा सबसे न्यूनतम है। इससे पहले वेस्टइंडीज ने 2010 में 79/7 का स्कोर बनाया था। टी-20 अंतरराष्ट्रीय में यह भारत का तीसरा सबसे न्यूनतम स्कोर हो गया है। 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत 74 के स्कोर पर सिमटा था जो उनका टी-20 में सबसे कम स्कोर है। 2016 टी-20 विश्व कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ वे 79 पर सिमटे थे।
श्रीलंका के खिलाफ 19 खिलाड़ियों को मौका देकर भारत एक टी20 अंतरराष्ट्रीय सीरीज/टूर्नामेंट में सबसे अधिक खिलाड़ी प्रयोग करने वाला देश बन गया है। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने भारत के ही खिलाफ 2016 में 19 खिलाड़ी आजमाए थे।