इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज से पहले सितांशु कोटक बने भारतीय टीम के बल्लेबाजी कोच- रिपोर्ट
क्या है खबर?
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय क्रिकेट टीम की शिकस्त के बाद मुंबई में BCCI के अधिकारियों की समीक्षा बैठक हुई।
इस बैठक में भारतीय टीम के लिए विशेषज्ञ बल्लेबाजी कोच की जरूरत पर भी चर्चा हुई।
इस बीच खबर है कि सितांशु कोटक को इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज से पहले ही बल्लेबाजी कोच नियुक्त किया गया है। हालांकि, अभी BCCI ने आधिकारिक घोषणा नहीं की है।
आइए इस खबर पर एक नजर डालते हैं।
रिपोर्ट
कोटक बने बल्लेबाजी कोच
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, कोटक को इंग्लैंड के खिलाफ वनडे और टी-20 सीरीज से ठीक पहले बल्लेबाजी कोच की जिम्मेदारी दी गई है।
इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज के लिए भारतीय टीम 18 जनवरी को कोलकाता में पहुंचेगी और खिलाड़ियों के 3 दिन के कैंप में हिस्सा लेने की उम्मीद है।
बता दें कि 22 जनवरी से टी-20 सीरीज की शुरुआत होनी है, जबकि 6 फरवरी से वनडे सीरीज खेली जाएगी।
परिचय
इंडिया-A की टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर गए थे कोटक
कोटक नवंबर 2024 में ऑस्ट्रेलिया का दौरा करने वाली इंडिया-A टीम के मुख्य कोच थे।
इससे पहले अगस्त 2023 में जब भारतीय टीम जसप्रीत बुमराह की कप्तानी में आयरलैंड दौरे पर टी-20 सीरीज के लिए गई थी, तब उस टीम में कोटक प्रमुख कोच की भूमिका में थे। 52 वर्षीय कोटक सौराष्ट्र की ओर से घरेलू क्रिकेट खेल चुके हैं।
वह बाएं हाथ के बल्लेबाज थे। उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खेलने का मौका नहीं मिल सका था।
आंकड़े
पुजारा के साथ खेल चुके हैं घरेलू क्रिकेट
कोटक भारतीय दिग्गज चेतेश्वर पुजारा के साथ घरेलू स्तर में काफी मैच खेल चुके हैं।
अपने प्रथम श्रेणी करियर में कोटक ने 130 मैच खेले थे, जिसमें 41.76 की औसत के साथ 8,061 रन बनाए थे। इस बीच उन्होंने 15 शतक और 55 अर्धशतक लगाए थे।
अपने लिस्ट-A करियर में उन्होंने 89 मैच खेले, जिसमें 42.23 की औसत के साथ 3,083 रन बनाए थे। इस दौरान उन्होंने 3 शतक और 26 अर्धशतक लगाए थे।
स्टाफ
ऐसा है भारतीय टीम का कोचिंग दल
फिलहाल, भारत के कोचिंग स्टाफ में मुख्य कोच गौतम गंभीर के अलावा मोर्ने मोर्कल गेंदबाजी कोच हैं।
वहीं, अभिषेक नायर और रेयान टेन डोशेट सहायक कोच की भूमिका में हैं, जबकि टी दिलीप फील्डिंग कोच हैं।
हाल ही में समाप्त हुए ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर भारतीय बल्लेबाजों ने निराश किया था और यही टीम की असफलता का कारण बना था। इसके बाद से टीम प्रबंधन ने बल्लेबाजी कोच की कमी महसूस की है।