श्रीनिवासन का शशांक मनोहर पर हमला, कहा- उन्होंने भारतीय क्रिकेट को काफी नुकसान पहुंचाया
क्या है खबर?
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने बीते बुधवार को ही साफ किया कि शशांक मनोहर ने चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया है।
हालांकि, काफी समय पहले ही यह साफ हो चुका था कि मनोहर अब पद पर नहीं रहेंगे और जल्द ही किसी नए व्यक्ति को यह पद दिया जाएगा।
मनोहर के इस्तीफा देने के कुछ ही घंटों बाद उनके पूर्व साथी एन श्रीनिवासन ने उन पर भारतीय क्रिकेट को काफी नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया है।
बयान
मनोहर के इस्तीफे को श्रीनिवासन ने बताया अच्छी खबर
श्रीनिवासन ने टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ बातचीत के दौरान मनोहर के इस्तीफे को अच्छी खबर बताया।
उन्होंने कहा, "जब से ही BCCI में नई लीडरशिप आई है शशांक को पता है कि वह भारत को रिप्रजेंट नहीं कर सकेंगे और उन्होंने इसका फायदा अपने आराम के लिए उठाया है। उन्हें पता था कि उनके पास पद पर बने रहने का कोई मौका नहीं है और इसी कारण वह भाग खड़े हुए।"
प्रतिक्रिया
विश्व क्रिकेट में मनोहर ने घटाया भारत का महत्व- श्रीनिवासन
श्रीनिवासन ने हमेशा ही मनोहर पर निशाना साधा है और उनका कहना है कि मनोहर जितना नुकसान भारतीय क्रिकेट को अन्य किसी अधिकारी ने किया है।
उन्होंने कहा, "मेरा मानना है कि उन्होंने भारतीय क्रिकेट को इतना नुकसान पहुंचाया है कि उनके निकलने से भारतीय क्रिकेट में शामिल हर व्यक्ति खुश होगा। उन्होंने ICC में भारत के मौके और खेल में फाइनेंस पर नुकसान पहुंचाया है। विश्व क्रिकेट में उन्होंने भारत का महत्व घटाया है।"
मनोहर का ICC में कार्यकाल
मनोहर के ICC में रहने के समय BCCI को हुआ नुकसान
2015 में मनोहर BCCI प्रेसीडेंट बने और भारतीय क्रिकेट एडमिनिस्ट्रेशन के साथ दूसरी पारी का आगाज किया।
इसके नवंबर 2015 में ही वह ICC चेयरमैन बने और तब से लेकर अब तक BCCI के साथ उनका टकराव चल रहा था।
मनोहर के चेयरमैन बनने के बाद ही BCCI को ICC से मिलने वाले रेवेन्यू में कमी आई थी और उनकी कई पॉलिशी ऐसी रहीं जो BCCI के खिलाफ गईं।
व्यक्तिगत प्रतिक्रिया
मनोहर का बाहर होना भारतीय क्रिकेट के लिए राहत की बात- श्रीनिवासन
श्रीनिवासन ने एक और तगड़ा हमला करते हुए मनोहर को अवसरवादी बताया और कहा कि उन्होंने BCCI का इस्तेमाल करके ICC में अपनी जगह बनाई और फिर ICC में बैठकर BCCI पर आक्रमण कर रहे थे।।
उन्होंने कहा, "उनका बाहर होने भारतीय क्रिकेट के लिए राहत की बात है। मनोहर किसी लड़ाई के लिए एक जगह नहीं रुक सकते हैं। मैं यह सोचकर खुश हूं कि उनके जैसा इंसान अब ICC में नहीं है।"