'द हंड्रेड' में धोनी को लाने के बारे में सोच रहे हैं शेन वॉर्न

पूर्व भारतीय कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया है, लेकिन वह इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में खेलते रहेंगे। इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह चुके धोनी पर अब विदेशी लीग्स की भी नजरें आएंगी। द हंड्रेड में लंदन स्प्रिट टीम के कोच शेन वॉर्न का कहना है कि वह अगले साल होने वाले लीग के पहले सीजन में धोनी को अपनी टीम के लिए खेलते देखना चाहते हैं।
इंटरनेशनल क्रिकेट में अपने भविष्य के बारे में चल रही सभी अटकलों पर विराम लगाने वाले धोनी को वॉर्न ने द हंड्रेड को गंभीरता से लेने की सलाह दी है। उन्होंने स्काईस्पोर्ट्स से कहा, "मैं केवल सोच रहा हूं कि क्या मैं उन्हें अगले साल द हंड्रेड के लिए लंदन स्प्रिट में ला सकता हूं या नहीं। मैं संभवतः उन्हें कॉल करूंगा और पूछूंगा कि क्या वह लॉर्ड्स में खेलना चाहते हैं।"
IPL 2020 की तैयारी में जुटे धोनी 14 अगस्त को ही चेन्नई पहुंचे थे और उन्होंने 15 अगस्त की शाम को अचानक इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया। धोनी ने इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपने इंटरनेशनल करियर के सफर का वीडियो पोस्ट किया है। इसके थोड़ी देर बाद ही धोनी के करीबी दोस्त और भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना ने भी इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया। उन्होंने भी इंस्टा पर ही इसकी जानकारी दी थी।
इंग्लैंड एंड वेल्श क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने इस साल एक नया प्रयोग किया था, लेकिन कोरोना वायरस के कारण इसको अंजाम तक नहीं पहुंचाया जा सका। दरअसल ECB 100 गेंदों के मैच वाले टूर्नामेंट का आयोजन कराना चाहती थी जिसके लिए पुरुषों की 10 और महिलाओं की आठ टीम बनाई गई। कोरोना वायरस के कारण 'द हंड्रेड' को अगले साल तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।
दोनों ही टीमों को पारी में 100-100 गेंदें खेलने को मिलेंगी और 10 गेंद के बाद बल्लेबाज अपना छोर बदलेंगे। इसके अलावा एक गेंदबाज लगातार पांच या फिर 10 गेंद तो वहीं पूरे मैच में अधिकतम 20 गेंद फेंक सकता है। मैच की शुरुआत में टीमों को पहली 25 गेंदे पॉवरप्ले के रूप में मिलेंगी। 2009 से ही IPL में चले आ रहे टाइमआउट का इस्तेमाल भी किया जाएगा।