स्लो ओवर रेट पर भड़के शेन वॉर्न, कहा- प्रति ओवर 25 रन जुर्माना लगना चाहिए
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में खेले गए पहले वनडे में भारतीय टीम ने तय समय से ज्यादा वक्त लिया, जिसके चलते मैच रेफरी डेविड बून ने टीम पर मैच फीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया था। हालांकि, इसके बावजूद दूसरे वनडे में भी भारतीय टीम ने स्लो ओवर रेट से गेंदबाजी की। इस बीच पूर्व ऑस्ट्रलियाई दिग्गज शेन वॉर्न ने स्लो ओवर रेट से बचने के लिए दो अनूठे सुझाव दिए हैं।
25 रन प्रति ओवर जुर्माना तय हो- वॉर्न
शेन वॉर्न का मानना है कि इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) कुछ नई पहल करे और स्लो ओवर रेट के साथ गेंदबाजी करने वाली टीम पर 25 रन प्रति ओवर जुर्माना लगाए। फॉक्स क्रिकेट से बातचीत में वॉर्न ने कहा, "मेरा मानना है कि इस मामले में और सख्त होने की जरूरत है। मेरे ख्याल से अगर तय समय से ज्यादा वक्त लग रहा है तो 25 रन प्रति ओवर जुर्माना होना चाहिए।"
ऐसा रहा दूसरा सुझाव
इसके अलावा भी वॉर्न ने एक और सुझाव दिया और कहा कि धीमी गति से गेंदबाजी करने वाली टीमों की पारी से उनके ओवर काटे जाने चाहिए। वॉर्न ने आगे कहा, "उदाहरण के लिए अगर भारत पहले गेंदबाजी कर रहा है और तय समय तक अगर वह सिर्फ 46 ओवर करा पाते हैं, तो उनकी बल्लेबाजी के दौरान उन्हें 46 ओवर ही खेलने को मिले चाहे जितना भी लक्ष्य सामने वाली टीम ने 50 ओवर खेलकर बनाए हों।
पहले वनडे के बाद लगा था जुर्माना
भारतीय टीम पर पहले वनडे में जुर्माना लगा था। ICC ने शनिवार को बयान जारी कर कहा, "ICC की आचार संहिता के आर्टिकल 2.22 के अनुसार खिलाड़ी और संबंधित स्टाफ पर उनके मैच फीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया जाता है, जो तय निर्धारित समय में गेंदबाजी करने में विफल रहे हैं।" बयान में आगे कहा गया है कि कप्तान कोहली ने अपनी गलती मानी है और सजा भी कबूल की जिसके चलते आधिकारिक सुनवाई की जरूरत नहीं पड़ी है।
भारत को इस कारण लगा ज्यादा समय
पहले वनडे में भारतीय टीम को 66 रनों से जबकि दूसरे वनडे में 51 रनों से शिकस्त झेलनी पड़ी थी। दोनों मैचों के दौरान भारतीय गेंदबाजों ने निराशाजनक प्रदर्शन किया और जमकर रन लुटाए। दोनों मुकाबलों में भारतीय गेंदबाज एकदम बेबस नजर आए और विकेट लेने के लिए तरसते रहे। फील्डिंग मे भी भारतीय टीम ने बहुत गलतियां की और इस दबाव के कारण कप्तान कोहली को फील्डिंग सेट करने और गेंदबाजी में बदलाव करने में ज्यादा समय लग गया।