शाहीन अफरीदी चोट के कारण कई महीने रहेंगे क्रिकेट से दूर
बीते रविवार (13 नवंबर) को खेले गए टी-20 विश्व कप के फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान को इंग्लैंड के खिलाफ पांच विकेट से हार मिली थी। मेलबर्न में खेले गए इस खिताबी मैच में पाकिस्तान के तेज गेंदबाज शाहीन अफरीदी फील्डिंग के दौरान चोटिल हो गए थे। इस बीच अब खबर यह है कि वह इस चोट के चलते कई महीने क्रिकेट के मैदान से दूर रहेंगे। इस खबर पर एक नजर डालते हैं।
फाइनल में चोटिल हुए अफरीदी
टी-20 विश्व कप के फाइनल में जीत के लिए मिले 138 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए पारी के 13वें ओवर में जब इंग्लैंड के हैरी ब्रूक ने लांग ऑफ की ओर शॉट लगाया तब अफरीदी ने उस कैच को लपक लिया। ब्रूक के शॉट को लपकने के प्रयास में अफरीदी अपने दाहिने घुटने में चोट लगा बैठे थे। मैदान से बाहर जाने से पहले उन्होंने 2.1 ओवर गेंदबाजी की, जिसमें 13 रन देकर एक विकेट लिया था।
इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के खिलाफ आगामी सीरीज मिस कर सकते हैं अफरीदी
पाकिस्तान को तीन मैचों की टेस्ट सीरीज की मेजबानी करनी है, जो 01 दिसंबर से शुरू होगी और 21 दिसंबर को इसके समाप्त होने की संभावना है। इसके बाद न्यूजीलैंड को पाकिस्तान में दो टेस्ट और तीन वनडे की सीरीज खेलनी है। कीवी टीम का पाकिस्तान का यह का दौरा 27 दिसंबर से 15 जनवरी 2023 तक निर्धारित है। Cricinfo के मुताबिक अफरीदी इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के खिलाफ आगामी सीरीज से बाहर हो सकते हैं।
टेस्ट क्रिकेट में हारिस रऊफ को मिल सकता है मौका
PCB ने इस मामले में अधिक जानकारी नहीं दी है और कहा है कि तेज गेंदबाज की चोट का आकलन करने में अभी कुछ समय लगेगा। अफरीदी बाकी पाकिस्तानी टीम के साथ दुबई होते हुए स्वदेश लौटेंगे। ऐसा माना जा रहा है कि उनकी गैरमौजूदगी में हारिस रऊफ को पहली बार टेस्ट क्रिकेट में मौका मिल सकता है। बता दें रऊफ ने अब तक वनडे और टी-20 क्रिकेट में अपनी तेज गति से प्रभावित किया है।
लम्बे अंतराल के बाद विश्व कप में लौटे थे अफरीदी
इस साल जुलाई में अफरीदी श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट मैच के दौरान फील्डिंग करते हुए घुटने में चोट लगा बैठे थे। यह चोट इतनी गंभीर थी कि वह एशिया कप में भी नहीं खेल सके थे। इसके बाद लम्बे अंतराल तक वह रिहैब से गुजरे थे और उन्होंने सीधे टी-20 विश्व कप में वापसी की थी। उन्होंने इस टूर्नामेंट में 11 विकेट लिए। वह शादाब खान के साथ संयुक्त रूप में सर्वाधिक विकेट लेने वाले पाकिस्तानी रहे।