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सीनियर्स मुझ पर मसाज करने और कपड़े धोने का दबाव बनाते थे- दुती चंद
दुती चंद ने किया है बड़ा खुलासा (तस्वीर: ट्विटर/@DuteeChand)

सीनियर्स मुझ पर मसाज करने और कपड़े धोने का दबाव बनाते थे- दुती चंद

लेखन Neeraj Pandey
Jul 04, 2022
01:49 pm

क्या है खबर?

स्टार भारतीय महिला धावक दुती चंद ने एक बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा है कि जब वह स्पोर्ट्स हॉस्टल में रहती थीं तो वहां उनके सीनियर उनका उत्पीड़न करते थे। दुती ने खुलासा किया है कि सीनियर उनके ऊपर मसाज करने का दबाव डालते थे और यदि वह ऐसा नहीं करती थीं तो उन्हें परेशान किया जाता था। 2006 से 2008 के बीच दुती ने भुवनेश्वर स्थित स्पोर्ट्स हॉस्टल में रहकर ट्रेनिंग की थी।

खुलासा

सीनियर्स डालते थे मसाज करने का दबाव- चंद

टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक दुती ने बताया कि उन पर सीनियर्स द्वारा मसाज करने का दबाव डाला जाता था। उन्होंने आगे बताया, "स्पोर्ट्स हॉस्टल में मेरे ऊपर मसाज देने और सीनियर्स के कपड़े धुलने का दबाव डाला जाता था। यदि मैं ऐसा करने से मना करती थी तो मेरा उत्पीड़न किया जाता था। इन चीजों से मेरे मानसिक स्थिति पर प्रभाव पड़ा था और मैं असहाय महसूस कर रही थी।"

परेशानी

इन्हीं कारणों से अधिकतर लोग लौट जाते हैं अपने घर- चंद

दुती का कहना है कि यदि किसी भी क्षेत्र में व्यक्ति को उत्पीड़न सहना पड़ता है तो उसके लिए अपने काम पर ध्यान लगा पाना मुश्किल हो जाता है। उन्होंने कहा, "इस तरह के उत्पीड़न का सामना करके खेल पर ध्यान लगा पाना बेहद मुश्किल हो जाता है और जो लोग इसे सह ले जाते हैं वही हॉस्टल में रह पाते हैं। हालांकि, अधिकतर लोग घर लौट जाते हैं।"

खुलासा

इतने समय बाद अचानक क्यों किया दुती ने यह खुलासा?

हाल ही में भुवनेश्वर में रुचिका मोहंती नामक एक सिविल सेवा की तैयारी कर रही छात्रा ने आत्महत्या कर ली थी। छात्रा के पास से सुसाइड नोट मिला था जिसमें कुछ सीनियर्स के नाम थे और उन पर रैगिंग का आरोप लगाया गया था। इस मामले के बाद ओडिशा में राजनीतिक तनाव बना हुआ है और इसी घटना को देखने के बाद दुती ने लगभग डेढ़ दशक पुरानी अपनी आपबीती सुनाई है।

करियर

अब तक बेहतरीन रहा है दुती का करियर

दुती महिलाओं के ट्रैक एंड फील्ड इवेंट्स में गोल्ड जीतने वाली पहली महिला धावक हैं। दुती ने 100 मीटर की रेस को 11.32 सेकंड में जीतकर यह रिकॉर्ड अपने नाम किया था। दुती ने एशियन गेम्स 2018 में 100 और 200 मीटर में सिल्वर मेडल जीता था। एशियन गेम्स में मेडल जीतने के बाद उन्हें उड़ीसा सरकार की तरफ से तीन करोड़ रुपये का ईनाम दिया गया था।