
इंग्लैंड के लिए रवाना हुए सौरव गांगुली, चार देशों की सीरीज़ पर हो सकती है बात
क्या है खबर?
बोर्ड ऑफ क्रिकेट कंट्रोल इन इंडिया (BCCI) के अध्यक्ष सौरव गांगुली इंग्लैंड के लिए रवाना हो गए हैं।
गांगुली वहां पर इंग्लैंड एंड वेल्श क्रिकेट बोर्ड (ECB) के साथ एक मीटिंग करेंगे जिसमें चार देशों की सीरीज़ पर बात हो सकती है।
लंबे समय से इस सीरीज़ को लेकर चर्चा चल रही है, लेकिन अब तक कोई निर्णय नहीं निकल सका है।
यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) भी इस मीटिंग में हिस्सा लेता है या नहीं।
बयान
4 देशों की सीरीज़ पर हो सकती है बात- सूत्र
BCCI के करीबी सूत्रों का कहना है कि गांगुली के इस इंग्लैंड दौरे पर चार देशों की सीरीज़ पर बात हो सकती है और प्लान बनाए जा सकते हैं कि इसे कैसे फ्यूचर टूर प्रोग्राम में सेट किया जा सके।
सूत्र ने बताया, "बुधवार को गांगुली ईडन से इंग्लैंड के लिए निकले हैं और वहां चार देशों की सीरीज़ पर बात होगी। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के भी इसमें हिस्सा लेने की उम्मीदें हैं।"
मीटिंग
पिछले महीने हुई थी बड़े बोर्ड्स की मीटिंग
पिछले महीने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वनडे सीरीज़ से पहले बड़े क्रिकेट बोर्ड्स की मीटिंग हुई थी।
BCCI के अलावा CA, ECB और क्रिकेट साउथ अफ्रीका (CSA) के ऑफिशियल्स मुंबई में हुई इस मीटिंग में मौजूद थे।
मीटिंग में मुख्यतः चार दिन के टेस्ट, डे-नाइट टेस्ट और चार देशों की सीरीज़ को लेकर बात की गई थी।
हालांकि, इस मीटिंग के बाद भी कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया जा सका।
घोषणा
गांगुली ने कहा था भारत होस्ट करेगा चार देशों की सीरीज़
गांगुली ने पिछले साल दिसंबर में कहा था कि भारत चार देशों की सीरीज़ को होस्ट करेगा।
उन्होंने बताया था कि इस सीरीज़ में भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के अलावा एक और टॉप टीम हिस्सा लेगी।
ऐसा कहा गया था कि इस सीरीज़ की शुरुआत 2021 में होगी, लेकिन इसके लिए ICC ने अब तक कोई बयान जारी नहीं किया है।
गांगुली ने ECB के साथ हुई अपनी मीटिंग को काफी शानदार बताया था।
टकराव
क्या आमने-सामने होंगे ICC और टॉप क्रिकेट बोर्ड्स?
ICC पहले ही घोषणा कर चुकी है कि 2023 से लेकर 2031 तक वे हर साल एक मार्की इवेंट का आयोजन कराना चाहते हैं।
BCCI समेत अन्य टॉप क्रिकेट बोर्ड्स भी जिस सीरीज़ की बात कर रहे हैं वह भी एक मार्की इवेंट ही होगा।
हालांकि, ICC के नियमों के मुताबिक कोई भी देश एक सीरीज़ के लिए तीन देशों से ज़्यादा को शामिल नहीं कर सकता है।