रणजी ट्रॉफी फाइनल: पहली पारी में सौराष्ट्र को बढ़त, खिताब जीतने के बेहद करीब
राजकोट में खेले जा रहे रणजी ट्रॉफी फाइनल मुकाबले में सौराष्ट्र ने बंगाल के खिलाफ पहली पारी में 44 रनों की बढ़त ले ली है। पहले बल्लेबाजी करते हुए सौराष्ट्र ने अर्पित वसावडा (106) और चेतेश्वर पुजारा (66) की बदौलत 425 रनों का स्कोर खड़ा किया था। बंगाल के लिए सुदीप चटर्जी ने सबसे ज़्यादा 81 रन बनाए। पहली पारी में बढ़त मिलने के बाद सौराष्ट्र पहला रणजी ट्रॉफी खिताब जीतने के काफी करीब है।
सौराष्ट्र पहली बार रणजी ट्रॉफी खिताब जीतने के करीब
सौराष्ट्र की टीम 1950-51 से रणजी ट्रॉफी में हिस्सा ले रही है, लेकिन यह पहला मौका होगा जब उन्हें खिताब जीतने में सफलता मिल सकती है। 2012-13 और 2015-16 में उन्हें फाइनल में मुंबई के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। पिछले सीजन के फाइनल में भी उन्हें हार मिली थी। पिछले सीजन सौराष्ट्र को हराकर विदर्भ ने अपना दूसरा रणजी ट्रॉफी खिताब जीता था।
पहली पारी की बढ़त के आधार पर सौराष्ट्र को मिल सकती है जीत
दोनों ही टीमों ने काफी धीमी बल्लेबाजी और यही कारण रहा कि पांचवें दिन तक पहली ही पारी चल रही थी। रणजी ट्रॉफी के मुकाबले ड्रॉ नहीं होते हैं और पहली पारी की बढ़त के आधार पर जीत-हार या फिर अंक दिए जाते हैं। फाइनल में भी बंगाल पहली पारी में सौराष्ट्र से 44 रन पीछे रह गया और इसी कारण उन्हें हार का सामना करना पड़ सकता है।
उनादकट रहे इस सीजन सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज
सौराष्ट्र के कप्तान जयदेव उनादकट ने अपनी टीम को शानदार तरीके से लीड किया और खुद भी अदभुत प्रदर्शन किया। उनादकट ने इस सीजन 10 मैचों की 16 पारियों में सबसे ज़्यादा 67 विकेट चटकाए। इस दौरान उन्होंने सात बार पारी में पांच या उससे ज़्यादा और तीन बार मैच में 10 या उससे ज़्यादा विकेट चटकाए। उनादकट का बेस्ट प्रदर्शन 106 रन देकर 12 विकेट लेने का रहा।
एक सीजन में दूसरे सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बने राहुल
अरुणांचल प्रदेश के लिए खेलने वाले राहुल दलाल ने इस सीजन नौ मैचों में सबसे ज़्यादा 1,340 रन बनाए और एक रणजी सीजन में दूसरे सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बने। एक रणजी सीजन में सबसे ज़्यादा रन वीवीएस लक्ष्मण (1,415) ने बनाए हैं। राहुल ने इस सीजन चार शतक और पांच अर्धशतक लगाए। उनका सर्वोच्च स्कोर 267* का रहा। उन्होंने 95.71 की औसत से रन बनाए।